नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ की असली वजह सामने आ गई है। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस दर्दनाक हादसे के बाद स्टेशन पर उपलब्ध सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। घटना के गवाह यात्रियों ने बताया कि खौफनाक मंजर था। हर तरफ अफरा-तफरी मच गई थी। लोगों अपने की खोज के लिए चीख-पुकार कर रहे थे।
लालू यादव ने यह बयान कुंभ मेला में हुए भगदड़ हादसे के बाद दिया था, जिसमें कई लोग मारे गए थे। उनका कहना था कि कुंभ मेला जैसे बड़े धार्मिक आयोजन, जो हर बार लाखों लोगों को आकर्षित करते हैं, न केवल जीवन के लिए खतरनाक हो सकते हैं, बल्कि यह जनता के लिए भी फालतू होते हैं।
लालू यादव का यह विचार था कि इन आयोजनों को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जाना चाहिए, ताकि लोगों की जान जोखिम में न पड़े। इसके अलावा, उनका यह भी मानना था कि ऐसे आयोजन कुछ राजनीतिक और धार्मिक लाभ के लिए होते हैं, जो समाज की भलाई के बजाय एक खास वर्ग के फायदे के लिए होते हैं।
हालांकि यह बयान विवादास्पद रहा, क्योंकि भारत में कुंभ मेला एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, और लाखों लोग इसे पवित्र मानते हुए हिस्सा लेते हैं। धार्मिक समुदाय और समाज के कुछ हिस्सों ने लालू यादव के इस बयान की आलोचना भी की।