अल्मोड़ा
रिपोर्ट हमज़ा राव
शनिवार को आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए उत्तराखंड के अल्मोड़ा के भनोली तहसील निवासी लांस नायक दिनेश सिंह की पार्थिव देह का मंगलवार को सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ रामेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।इससे पहले उनकी पार्थिव देह को सेना के सजे हुए वाहन में उनके गांव लाया गया। रास्ते में लोगों ने उनके पार्थिव शरीर को लेकर आ रहे वाहन पर फूल बरसाए। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, ग्रामीणों ने जब तक सूरज चांद रहेगा… दिनेश तेरा नाम रहेगा समेत कई देशभक्ति नारे लगाए।
सेना की ओर से मेजर जनरल पुष्पेंद्र सिंह (सेना मेडल) सहित कई बड़े अफसरों और प्रदेश सरकार की ओर से परिवहन मंत्री यशपाल आर्य और अन्य ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। शहीद की मां और बहन सहित अन्य परिजनों को संभालना मुश्किल हो गया।मंगलवार को बरेली से सड़क से फूलों से सजे सेना के वाहन से शहीद लांस नायक दिनेश सिंह का पार्थिव शरीर अराह्न 12:26 बजे ध्याड़ी पहुंचा। सेना के इस वाहन में राष्ट्रीय ध्वज भी लगा हुआ था। ध्याड़ी में पार्थिव शरीर पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।
लोग सुबह से ही उनकी पार्थिव देह के आने का इंतजार कर रहे थे। ध्याड़ी से लगभग पांच किमी कच्चे मार्ग से उनका पार्थिव शरीर मिरगांव पहुंचा। बेटे की पार्थिव देह को देख माता तुलसी देवी को संभालना मुश्किल हो गया। बहन ममता सहित अन्य परिवारजनों का रो रोकर बुरा हाल था।
सेना के मेजर जनरल पुष्पेंद्र सिंह सहित अन्य सैन्य अधिकारी और प्रदेश सरकार की ओर से पहुंचे परिवहन मंत्री यशपाल आर्या ने भी गांव पहुंचकर शहीद के माता-पिता को सांत्वना दी। अंतिम दर्शन के बाद घर से शव यात्रा शुरू हुई। गांव से अंतिम विदाई के वक्त वहां मौजूद सैकड़ों लोगों के आंखों में आंसू आ गए।
घर से पार्थिव शरीर को सेना के वाहन में रामेश्वर घाट तक लाया गया। वहां शहीद दिनेश को 24 राउंड हवाई फायर के साथ अंतिम विदाई दी गई। ग्रामीणों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।।