रिपोर्ट हमजा राव
हरिद्वार-दिल्ली हाईवे चौड़ीकरण और कुंभ योजना के विकास कार्य 21 अप्रैल से शुरू हो सकते हैं। संबंधित विभागों ने इसकी तैयारी भी कर ली है। अधिकारियों का कहना है कि पहले से निर्माण कार्यों में लगे मजदूर अभी शहर के अंदर ही रुके हैं और निर्माण सामग्री पर उपलब्ध है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर अधिकारी आशंकित भी दिखाई दे रहे हैं। कार्यदायी संस्थाओं को लॉकडाउन की अवधि में कार्य शुरू करने में गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइड लाइन पालन करना होगा। इसमें निर्देशित किया गया है कि म्युनिस्पिल एरिया के अंदर बाहर से कोई प्रवेश नहीं करेगा।
निगम एरिया के अंदर ही रहने वाली लेबर को निर्माण कार्य पर लगाना होगा। उनके रहने और खाने की व्यवस्था भी कार्यस्थल पर ही शारीरिक दूरी बनाकर करनी होगी। हाईवे के फ्लाईओवर, पुल और लोक निर्माण विभाग की कुंभ योजना के पुलों पर काम कर रहे मजदूर लॉकडाउन के बाद से साइड पर ही हैं। इसलिए उन्हें काम शुरू करने में दिक्कत नहीं होगी।
भूमिगत विद्युतीकरण परियोजना, गैस पाइप लाइन डालने वाली अधिकांश लेबर भी नगर निगम एरिया में ही रुकी हुई है। कुंभ के जो नए काम हैं उनको शुरू करने में कठिनाई हो सकती है। पड़ोसी जिलों सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर की लेबर भी काम कर रही थी, लेकिन वह नगर निगम एरिया में नहीं आ पाएंगे। इसलिए उन कार्यों को शुरू कराने में दिक्कत होगी।
एनएचएआई ने की तैयारी:-
एनएचएआई ने हाईवे का निर्माण शुरू कराने की तैयारी कर ली है। हाईवे पर फ्लाईओवर और पुलों का निर्माण कराने के वाली कंपनी की लेबर साइड पर हैं। 10 दिन की निर्माण सामग्री भी है। गृह मंत्रालय निर्माण कार्य शुरू करने की गाइड लाइन जारी कर चुका है। इसका अनुपालन करते हुए काम शुरू करा दिया जाएगा। कुछ काम में इंटर स्टेट की जरूरत होती है उसको 3 मई के बाद देखा जाएगा।
– वैभव मित्तल परियोजना निदेशक एनएचएआई
क्वारंटीन होने का सता रहा डर कई अधिकारियों को क्वारंटीन होने का डर भी सता रहा है। काम शुरू करने की तैयारियों के बीच कई ने बातचीत में आशंका जताई कि साइड पर कार्य शुरू होने के दौरान यदि किसी मजदूर को शिकायत होती है तो फिर सभी को क्वारंटीन कर दिया जाएगा।