उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों में ईद-उल-फितर का त्यौहार सादगी के साथ मनाया जा रहा है। लॉकडाउन के चलते ईदगाह और मस्जिदों में चंद लोगों ने ही नमाज अदा की। ज्यादातर लोग अपने अपने घरों में ही नमाज अदा कर रहे हैं। देहरादून, हरिद्वार, टिहरी समेत अन्य जिलों में भी लोगों ने उलेमाओं की अपील के तहत शारीरिक दूरी का पालन कर ईद मनाई जा रही है।
देहरादून में सुबह से ही सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूजे को ईद की मुबारकबाद दी जा रही है। शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी, नायब शहर काजी सुन्नी सैयद अशरफ हुसैन कादरी, मुफ्ती रईस अहमद कासमी, मौलाना शाहनजर ने अमन चैन की दुआ मांग नमाज अदा करवाई।
वहीं, ईदगाह के अलावा धामावाला, पटेलनगर, मयूर विहार आदि मस्जिदों में चंद लोगों ने नमाज अदा की। मस्जिदों के बाहर पुलिस तैनात रही। घर पर पकवान बनाने की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं, लोग घरों में शीर, सेवइयां, फेनी बना रहे हैं। ईद उल फितर के दिन लोग जल्दी उठकर नए कपड़े पहनकर मस्जिदों में जाते हैं और नमाज अदा करके एक-दूसरे को बधाई देते हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह यह पर्व घर पर ही मनाया जा रहा है, जिससे शारीरिक दूरी बनी रहे और त्योहार के रास्ते यह बीमार लोगों के घर तक ना पहुंचे।
राज्यपाल और सीएम ने दी ईद की बधाई
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य एवं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों, विशेषकर मुस्लिम समुदाय को ईद-उल-फितर की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सभी से ईद सादगी से मनाने की अपील की है। अपने संदेश में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि हमारे देश में विभिन्न धर्म और समुदायों द्वारा मनाए जाने वाले त्योहार सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देते हैं तथा हमें आपस में मिलजुल कर एक दूसरे की खुशियों को बांटने का अवसर प्रदान करते हैं। ईद-उल-फितर भी हम सबको प्रेम-स्नेह, आपसी भाई-चारे तथा परोपकार की भावना का संदेश देता है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संदेश में कहा कि ईद-उल-फितर सामाजिक एकता को मजबूत करने के साथ ही आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाता है। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से घर पर रहकर ही इबादत करने और सुरक्षित शारीरिक दूरी का पूरा पालन करते हुए त्योहार को मनाने की अपील की है।