- दीप व तेल सप्लाई के लिए टेंडर जारी
- दीपोत्सव में दीपों को जलाने में लगेगा 25 हजार लीटर तेल
- योगी के दौरे को लेकर तैयारियां शुरू
अयोध्या. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दीपोत्सव की तैयारी की समीक्षा को लेकर होने वाले दौरे की तैयारियां तेज हो गई हैं। दीपोत्सव पर जलने वाले दीप व इसके लिए तेल की व्यवस्था को लेकर दो दिनों के बीच टेंडर भी हो गए हैं।
दीपोत्सव के प्रभारी अवध यूनिवर्सिटी के आशीष मिश्र के मुताबिक हाल ही में हुई समीक्षा बैठक में डीएम के निर्देश के मुताबिक दीप जलाने के वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करने के लिए गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शुल्क जमा कर रजिस्ट्रेशन करवा दिया गया है।
दीपों की संख्या बढ़ी
डीएम अनुज झा ने बताया कि करीब 5 लाख दीपों की व्यवस्था की जा रही है। पहले 3 लाख 21 हजार दीप जलाने का लक्ष्य तय किया गया था। अब 4 लाख दीप गिनीज़ बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए जलेंगे जबकि 1 लाख दीप अतिरिक्त व्यवस्था में सुरक्षित रखे जाएंगे।
बड़े कार्यक्रम के कारण दीपों की संख्या बढ़ी
संस्कृति विभाग के सूत्रों के मुताबिक इस साल दीपोत्सव के कार्यक्रम को बृहद रूप दिया जा रहा है। जिसके तहत भरतकुंड से लेकर सरयू के गुप्तारघाट व अयोध्या के मंदिरों व शहर के 12 प्रमुख स्थलों पर भी दिव्य दीपोत्सव का पर्व मनाया जा रहा है।
जाहिर है कि इसमें दीपों की संख्या बढ़ कर करीब पांच लाख के आस पास हो जाएगी। जिसमें मुख्य स्थल राम की पैड़ी राम कथापार्क व सरयू तट पर जलने वाले दीप भी शामिल हैं।
25 हजार लीटर तेल लगेंगा
दीपोत्सव के प्रभारी के मुताबिक करीब 1700 टिन तेल की जरूरत पड़ेंगी। जिसमें एक टिन में 15 लीटर के हिसाब से 25 हजार लीटर तेल की जरूरत पड़ेगी जिसका टेंडर हो चुका है। उन्होंने बताया कि दीप व उसमें जलने वाले तेल की व्यवस्था अब सरकारी फंड से होग।
जिनको दीप व तेल की व्यवस्था करने का टेंडर दिया गया है। अब समय से इसकी सप्लाई करने की जिम्मेदारी भी उन्ही पर होगी। जयसिंह वार्ड के कुम्हार दीपों का निर्माण कर रहें है। अब तक करीब ढ़ाई लाख दीप बनकर तैयार हो गए हैं।