उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने निजी प्रयोगशालाओं के लिए आदेश जारी किया है। इनमें कहा गया है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से अनुमति प्राप्त निजी लैब पहली जांच के लिए अधिकतम 1,500 रूपये ले सकती हैं। आईसीएमआर ने पहली जांच के लिए अधिकतम 1,500 रूपये और दूसरी जांच के लिए अधिकतम 3,000 रूपये की दर तय की है। लेकिन यह जांच केवल वे निजी प्रयोगशालाएं ही कर सकेंगी जिनका आईसीएमआर ने कोविड-19 के परीक्षण के लिए अनुमोदन किया है।
उप्र के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कोई व्यक्ति कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए पहली जांच करवाता है तो उसे 1,500 रूपये देने होंगे और यदि वह व्यक्ति परीक्षण में संक्रमित पाया जाता है तो उसे द्वितीय चरण की जांच के लिए अधिकतम 3,000 रूपये देने होंगे। इस निर्देश के मुताबिक, अगर पहली जांच में संक्रमण का पता चलता है और पुष्टि के लिए दूसरी जांच की जरूरत पड़ती है तो उसे दोनों जांच के लिए अधिकतम 4,500 रुपये खर्च करने होंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल मामलों की संख्या 1510 हो गई है, इनमें से 1280 सक्रिय मामले हैं, वहीं 206 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। जबकि 24 लोगों की मौत हो चुकी है। गौतमबुद्ध नगर में पहली बार ठीक हुए मरीजों की संख्या ऐक्टिव केस से ज्यादा हो गई है। अब तक कुल 54 लोग ठीक हो चुके हैं और कुल 49 ऐक्टिव केस हैं। उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कुल 56 जिलों में से सिर्फ 45 में कोरोना के सक्रिय केस रह गए हैं। 11 जिले ऐसे हैं जहां एक भी सक्रिय मामला नहीं है।