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बांदा के डीएम की अनूठी मिसाल! अपने ड्राइवर के रिटायरमेंट पर खुद बने ड्राइवर! घर तक….

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में डीएम के सरकारी ड्राइवर की आंखें उस वक्त भर आईं, जब रिटायरमेंट पर डीएम अनुराग पटेल खुद गाड़ी चलाकर उन्हें घर तक छोड़ने गए। डीएम अनुराग पटेल ने ड्राइवर इम्त्याजुद्दीन खान उर्फ मुख्तार की विदाई को यादगार बनाने के लिए खुद गाड़ी चलाई और अपनी सीट पर बैठाकर उन्हें घर तक छोड़ा।

30 अप्रैल को था ड्राइवर का रिटायरमेंट
इम्त्याजुद्दीन खां उर्फ मुख्तार बांदा कलेक्ट्रेट में डीएम की कार चालक के पद पर तैनात थे। 30 अप्रैल को उनका रिटायरमेंट था। उनके रिटायरमेंट को यादगार बनाने के लिए डीएम अनुराग पटेल ने उन्हें अनोखे अंदाज में विदाई दी। शनिवार की सुबह इम्त्याजुद्​दीन नौकरी के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे और रोज की तरह अपने साहब को आवास से कलेक्ट्रेट तक लेकर आए।

कलेक्ट्रेट में किया गया विदाई समारोह का आयोजन
डीएम के आदेश पर कलेक्ट्रेट परिसर में रिटायरमेंट पर विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन को लेकर इम्त्याजुद्​दीन की आंखों में आंसू आए। डीएम ने मुख्तार को शाल और स्मृति चिन्ह भेंट कर उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इसके बाद कार की ड्राइविंग सीट पर बैठकर अपने बगल में इम्त्याजुद्​दीन को बैठाया।

ड्राइवर को उसके घर तक छोड़ने गए डीएम अनुराग पटेल
इम्त्याजुद्​दीन ने उन्हें ऐसा करने से मना किया, लेकिन डीएम के आग्रह पर वह बैठ गए और भावुक हो गए। यह नजारा देख वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। डीएम अनुराग पटेल कार चलाकर चालक इम्त्याजुद्​दीन को घर तक छोड़ने गए। डीएम के इस अनूठे अंदाज की सराहना हर कोई करता नजर आया। डीएम अनुराग पटेल का कहना था कि उनके सरकारी ड्राइवर को रिटायरमेंट के दिन यह महसूस कराना था कि नौकरी में उनका योगदान बहुत अच्छा रहा। उन्होंने बेहतरीन तरीके से नौकरी की और इसीलिए उन्होंने अपने ड्राइवर को इस तरह विदाई दी।

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