चित्रकूट में हाईवे पर जनरथ और बोलेरो की भिड़ंत में सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में चार एक ही परिवार के थे। बस और बोलेरो सवार कुल 15 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चित्रकूट हाईवे पर मंगलवार सुबह तेज रफ्तार रोडवेज बस (जनरथ) और बोलेरो में आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में बोलेरो सवार सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में बोलेरो चालक, उनके पिता, पत्नी, बेटा, बेटी व बहन शामिल हैं। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति की भी जान चली गई, छह लोग घायल हुए।
बस में सवार नौ यात्री भी चोटिल हुए। घायलों में चार को प्रयागराज रेफर किया गया है, जिसमें दो की हालत नाजुक बनी हुई थी। बोलेरो सवार कमासिन बांदा निवासी घायल अरविंद ने बताया कि प्रयागराज में संगम स्नान के बाद बोलेरो से चित्रकूट लौट रहे थे। मंगलवार की सुबह झांसी-मिर्जापुर हाईवे पर बगरेही मोड़ के पास उनकी बोलेरो सामने से चित्रकूट से अयोध्या की ओर तेज रफ्तार से जा रही रोडवेज बस से टकरा गई। इसके बाद उन्हें कुछ होश नहीं रहा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों वाहनों की गति बहुत तेज थी। मोड़ पर एक वाहन को ओवरटेक करने के बाद बोलेरो चालक का संतुलन बिगड़ा। यह देखकर सामने से आ रही बस के चालक ने भी बोलेरो को बचाने का प्रयास किया तो बस दाहिने साइड की ओर आ गई। इसी बीच दोनों की भीषण टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बोलेरो का आधा हिस्सा बस के अगले हिस्से में घुस गया।
बोलेरो सवार मप्र के पन्ना जिला अजयगढ़ के लइचा गांव निवासी चालक प्रताप पटेल (45), पिता आनंदी पटेल (60), पत्नी अशोका देवी (40), पुत्री आकांक्षा (10) , पुत्र सनद पटेल (12), बहन रामबाई (35) व कोर्राही कमासिन बांदा निवासी जगजीत कुशवाहा (50) की मौत हो गई। इनमें प्रताप पटेल उनकी पुत्री अकांक्षा, बेटा सनद, बहन रामबाई व बांदा निवासी जगजीत की मौत चित्रकूट में ही हो गई।
आनंदी पटेल और अशोका देवी ने प्रयागराज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसके अलावा बोलेरो सवार अरविंद, सविता, सुनैना, अंश, संतोष व गुलाब घायल हो गए। वहीं, बस सवार नौ यात्री भी घायल हुए।
घटना स्थल पर पहुंचे डीएम अभिषेक आनंद व एसपी वृंदा शुक्ला ने जेसीबी बुलवाकर बोलेरो व बस के अगले हिस्से को अलग कराया। बोलेरो में कुल 11 लोग सवार थे। इसमें दो लोगों के शव फंस गए थे, जिन्हें जेसीबी के माध्यम से निकाला गया। हादसे से लगभग एक घंटे तक हाईवे पर जाम लगा रहा।
रफ्तार ने खत्म कर दिया पूरा परिवार
मप्र के पन्ना अजयगढ़ के लइचा निवासी प्रताप पटेल के परिजनों के संगम स्नान के बाद वहीं पर मिले बांदा के जगजीता कुशवाहा का इनसे परिचय हो गया। बांदा तक बोलेरो से छोड़ने की बात हुई तो कुशवाहा परिवार भी उनके साथ गाड़ी में बैठ गया। इसके बाद घटना में जगजीत की मौत हो गई और अन्य गंभीर घायल हो गए।
अजयगढ़ के जिला पंचायत सदस्य वृंदावन पटेल ने बताया कि प्रताप पटेल उनका रिश्तेदार है। सोमवार को वह अपनी बीमारी का इलाज कराने के लिए बोलेरो से पिता, बहन व बच्चों समेत कुल (सात लोग) को लेकर प्रयागराज गया था। यहीं पर उन्हें कमासिन बांदा के जगजीत कुशवाहा के परिजनों से परिचय हो गया। कुशवाहा परिवार के (चार सदस्य) को बांदा तक छोड़ने की बात पर वह भी बोलेरो में सवार हो गए।
मृतक प्रताप पटेल, घर का चिराग व बेटी की मौत से परिवार में हाहाकार मचा है। प्रताप अपनी बोलेरो से ही घर का खर्च चलाता था। उसके दोनों बच्चे नवोदय विद्यालय में पढ़ते थे। मृतक जगजीत किसान था। घटना स्थल के आसपास मौजूद लोगों की मानें तो वगरेही मोड़ पर बोलेरो चालक को झपकी लगी। अचानक से मोड़ पर एक वाहन आने से बोलेरो का संतुलन बिगड़ गया जैसे ही वह संभला तो सामने से तेज रफ्तार से आ रही जनरथ से बोलेरो की टक्कर हो गई।
बोलेरो चालक को झपकी भी बताया कारण
घटना स्थल के आसपास मौजूद लोगों की मानें तो बगरेही मोड़ पर बोलेरो चालक को झपकी लगी। अचानक मोड़ पर एक वाहन आने से उसका संतुलन बिगड़ा जैसे ही वह संभला तो सामने से तेज रफ्तार से आ रही जनरथ से टक्कर हो गई।
बोलेरो के आगे बेबस दिखे ग्रामीण
बगरेही गांव में हाइवे कि नारे बसे घरों के निवासी दोपहर को घरों के बाहर बैठे थे। इसी दौरान उनके सामने भीषण भिड़ंत हो गई। इससे बोलरो में फंसे यात्रियों की जान बचाने को ग्रामीण दौड़ पड़े लेकिन बोलरो के दरवाजे न खुलने के कारण वह कुछ नहीं कर नहीं पा रहे थे। पुलिस ने किसी तरह से दरवाजा खोलकर घायलों को निकाला। बोलेरो के अंदर खून ही खून नजर आ रहा था।
लहराते हुए आ रही थी बोलेरो-परिचालक
घटनास्थल के पास सड़क किनारे जनरथ बस के परिचालक अलीम अहमद खान निवासी मर्दन नाका बांदा जो मामूली रूप से घायल हो गया था। सड़क किनारे बैठा हुआ था। उसने बताया कि बस सुबह बांदा से सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर अयोध्या के लिए निकली थी। जब बस बगरेही गांव के पास पौने बारह बजे लगभग पहुंची तो सामने से बोलेरो लहराते हुए बस की तरफ चली आ रही थी। टक्कर से बचने के लिए बस को दाहिनी ओर मोड़ने का प्रयास भी किया। इसके बाद भी आमने-सामने टक्कर हो गई। इस घटना से बस में सवार यात्रियों को अधिक चोट नहीं लगी। बस को चालक कृपाशंकर चला रहा था।