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आग की लौ से भी ज्यादा तकलीफदेह थी गर्मी में पानी की मार,अब आँगन में बहने लगी है धार….

लोहार दम्पति सहित गाँव के लोगो को नहीं लाना पड़ता ढोढ़ी से पानी


अशोक कुमार श्रीवास की खास की रिपोर्ट
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कोरबा 09 जून 2025/इस गाँव में रहने वाले लोहार दम्पति भारत लोहार और सुनीता लोहार को भी भलीभांति मालूम है कि उन्हें गर्मी के दिनों में किस तरह पानी के एक-एक बूंद के लिए जूझना पड़ता था। गर्मी के दिनों में सूरज की ताप ही नहीं लोहे को गर्म कर उसे धार देने दिन भर आग की लौ के आगे भी पसीना बहाना पड़ता था।भारत और सुनीता को जितनी ज्यादा आग की लौ तकलीफ नहीं देती थी उससे कही ज्यादा गर्मी के मौसम साथ उत्पन्न हुई पेजयल की समस्या तकलीफ दिया करती थी। अब इस गाँव में पानी की कोई समस्या नहीं है। इस गर्मी में भी उन्हें जलसंकट का कोई सामना नहीं करना पड़ा। घर के आँगन में नल कनेक्शन है और सुबह हो या शाम..पानी की धार नियमित घर के आँगन में पहुँचती है। पानी की धार घर के करीब मिल जाने और पानी को लेकर बनती आ रही वर्षों पुरानी समस्या छूमंतर हो जाने से सिर्फ लोहार दम्पति ही नहीं.. गाँव के अन्य लोगों की भी समस्या खत्म हो गई है।
कोरबा विकासखंड के अंतर्गत दूरस्थ ग्राम पंचायत गिरारी के आश्रित ग्राम अमलीपारा में इस गर्मी पानी को लेकर कोई समस्या नहीं आई। गाँव में जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल का कनेक्शन लग जाने के पश्चात घरों में नल से नियमित पानी पहुँचता है। सुबह और शाम को पानी घर के आँगन में आ जाने से यहाँ रहने वाली सुनीता लोहार अपनी दिन भर की जरूरतों के हिसाब से पानी इक्ट्ठा कर रख लेती है। सुनीता लोहार ने बताया कि बारिश और अन्य मौसम में पानी की समस्या ज्यादा गंभीर नहीं रहती थी। गर्मी के दिनों में गाँव के सभी लोगों को पानी के लिए जूझना पड़ता था। सभी ढोढ़ी से पानी लाते थे। इस दौरान गाँव की महिलाओं को ही नहीं पुरुषों और बच्चों को भी पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ता था। सुनीता के पति भारत लोहार ने बताया कि पानी के लिए अपना काम बंद करना पड़ता था। अब नल कनेक्शन लगने और पानी घर में मिलने से किसी को ढोढ़ी नहीं जाना पड़ता। उन्होंने बताया कि पहले गर्मी के दिनों में हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस गर्मी तो उन्हें कोई समस्या नहीं हुई। उन्हें घर पर ही स्वच्छ पानी मिलने लगा है। उन्होंने बताया कि पानी की समस्या को हम लोग अच्छे से समझ सकते हैं। दिन भर लोहे को गर्म कर उसे धार देते हैं, आग की लौ के आगे बैठते हैं.. उससे भी ज्यादा पानी की समस्या थी,अब नहीं है,यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है। उन्होंने घर-घर पेयजल पहुचाने किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए सरकार के प्रति आभार भी व्यक्त किया।

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