मर गया इंसान तो मारी गई इंसानियत- आंध्र प्रदेश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के शव को JCB से दफनाया….

  • देश में लगातार कोविड-19 मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है
  • जिसके चलते मौत की तादाद में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है
  • आंध्र प्रदेश में लगातार तीसरी बार ऐसी घटना सामने आई है
  • जिसमें covid-19 मरीज के शव को JCB से उठाकर दफनाया गया!

हैदराबाद. देश भर में कोरोना वायरस से हर रोज सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है. कोरोना से मौत के बाद डेड बॉडी के अंतिम संस्कार के लिए अलग गाइडलाइन फॉलो की जाती है, जिससे कि इस खतरनाक वायरस का संक्रमण न फैले. लेकिन देश के कई हिस्सों से शव से साथ बदसलुकी की खबरें भी सामाने आती रहती है

हालांकि आए दिन अलग-अलग राज्यों से शवों के साथ बदसलूकी का मामला सामने आता रहता है. आंध्र प्रदेश में लगातार तीसरी बार ऐसी घटना सामने आई है जिसमें covid-19 मरीज के शव को जेसीबी से उठाकर दफनाया गया है.

आंध्र प्रदेश के तिरुपति में कोविद -19 रोगी के शव को दफनाने के लिए एक बार फिर जेसीबी का इस्तेमाल किया गया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग शव को जेसीबी मशीन से लाते हैं और एक गड्ढे में डाल देते हैं. हालांकि पिछले मामलों से अलग अधिकारियों ने तर्क दिया है कि शव का वजन करीब 170 किलोग्राम था, जिससे शव का इलेक्ट्रिक दाह संस्कार नहीं किया जा सकता था. अधिकारियों के मुताबिक परिवार से इजाजत लेने के बाद ही उन्हें दफनाने की प्रक्रिया की गई.

आंध्र प्रदेश में पहले भी आ चुका है शव को JCB से दफनाने का मामला

इससे पहले उदयापुरम इलाके में 72 साल के एक बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो गई थी. इसके बाद PPE किट पहने मुनसिपैलिटी के स्टाफ ने उनकी बॉडी को प्लास्टिक में लपेट कर जेसीबी मशीन में डाल दिया. इसे मशीन के आगे की तरफ रखा गया. वो हिस्सा जिससे मिट्टी की खुदाई की जाती है. इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचाया गया. इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य सरकार की काफी निंदा की गई और इस मामले में दोषी अधिकारियों को निलंबित ​कर दिया गया था!

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