कश्मीर की बेटी पर देश को गर्व- सबसे कम उम्र की पायलट बन कर आयशा ने रचा इतिहास….

  • वर्तमान समय में भारत में महिलाएं भी अब पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं.
  • ऐसे कई मौकों पर महिलाओं ने खुद को साबित किया है,
  • जहां अभी तक उनकी मौजूदगी ना के बराबर ही थी.
  • हाल ही में जम्मू-कश्मीर की रहने वाली आयशा अजीज सबसे कम उम्र में देश की महिला पायलट बन गई है

नेशनल डेस्क: जम्मू कश्मीर की बेटी दुनिया में आज एक नई पहचान बना ली है। 25 साल की आयशा अजीज एयर इंडिया की फ्लाइट उड़ाने के साथ देश की सबसे कम उम्र की महिला पायलट बन गई है। आयशा पर कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे भारत को गर्व है। आज दुनिया जान गई है कि महिलाएं पुरुषों से किसी भी मायने में कम नहीं हैं। वह हर क्षेत्र में पुरुषों से आगे निकल रही हैं।

हवाई यात्रा करना अच्छा लगता है: आयशा
आयशा ने अपनी खुश जाहिर करते हुए बताया कि उन्हे हवाई यात्रा करना और लोगों से मिलना अच्छा लगता है। इस वजह से उन्होंने पायलट बनने का निर्णय लिया। आयशा ने कहा कि पायलट बनने के लिए मानसिक रूप से मजबूत होना बहुत ज़रूरी है। हालांकि इस सपने को पूरा करने के लिए आयशा को मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने 2011 में महज 16 साल की उम्र में ही स्‍टूडेंट पायलट लाइसेंस हासिल कर लिया था।

16 साल की उम्र में मिल गया था लाइसेंस
आयशा ने बॉम्‍बे फ्लाइंग क्‍लब से पायलट की ट्रेनिंग ली जहां से उन्हे लाइसेंस मिला। इस दौरान आयशा ने अपनी पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ने दिया। वह पूरे सप्‍ताह स्‍‍कूल जाती थी और वीकेंड पर विमान उड़ाने की ट्रेनिंग लिया करती थी। आयशा को सिंगल इंजन का सेसना 152 और 172 एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव है। उन्हें अपनी 200 घंटे की उड़ान पूरा होने के बाद कॉमर्शियल पायलट का लाइसेंस दिया गया था।

कश्मीरी महिलाएं बढ़ रही हैं आगे: आयशा
आयशा अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं। उनका मानना है कि कश्मीरी महिलाओं ने पिछले कुछ वर्षों में काफी प्रगति की है और शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण रूप से अच्छा किया है। पायलट ने कहा कि नौकरी और एक गतिशील काम के माहौल के लिए विषम परिस्थितियों के बावजूद वह जिंदगी में चुनौतियों का खुशी से सामना करने के लिए हमेशा से तैयार थीं।

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