मध्य प्रदेश के सागर में भीषण हादसा हुआ है, जहां एक दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि 4 गंभीर घायल हैं. मरने वालों में 10 से 14 साल के बच्चे हैं. बताया जा रहा है कि शाहपुरा में मंदिर के पास लोग पार्थिव शिवलिंग बना रहे थे. इस दौरान दीवार गिरने से यह बच्चे उसकी चपेट में आ गए.
मध्य प्रदेश के सागर में पार्थिव शिवलिंग बना रहे बच्चों के ऊपर 50 साल पुराने मकान की दीवार दे गई. इस हादसे में 9 बच्चों की मौत हो गई जबकि कई बच्चे घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना को लेकर शोक जताते हुए पीड़ित परिवार को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है.
बड़ी संख्या में स्कूल के छात्र थे मौजूद
सागर जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, शाहपुरा इलाके में हरदोई शिव मंदिर पर बड़ी संख्या में स्कूल के विद्यार्थी शिवलिंग बनाने के लिए जमा हुए थे. यहां पर सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना के साथ-साथ भागवत कथा का भी आयोजन चल रहा है. मंदिर के जिस परिसर में बैठकर विद्यार्थी भगवान के शिवलिंग बना रहे थे उसके पास मल्लू कुशवाहा नामक व्यक्ति का मकान था जो कि काफी पुराना था.
मरने वाले बच्चों में इनकी हुई पहचान
रविवार का दिन होने की वजह से सागर में स्कूलों की छुट्टी थी. इसके चलते बड़ी संख्या में विद्यार्थी शिवलिंग बनाने के लिए जमा हुए थे. इस घटना में जिन बच्चों की मौत हुई है, उनमें दिव्यांश, वंश, नितेश, ध्रुव, दिव्यराज, सुमित प्रजापति, खुशी, पर्व विश्वकर्मा नाम के मासूम शामिल हैं. वहीं, घायलों में कुछ बच्चों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है, जिनका उपचार जारी है. इस घटना को लेकर जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं.
MP CM मोहन यादव ने घटना पर दुख जताया
इस हादसे पर दुख जताते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने सोशल मीडिया साइट एक्स X पर लिखते है, “आज सागर जिले के शाहपुर में हुई अतिवृष्टि के कारण जर्जर मकान की दीवार गिरने से 9 मासूम बच्चों के काल कवलित होने की खबर सुनकर मन व्यथित है. घायल बच्चों के उचित इलाज के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है. भगवान से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करें. हादसे में घायल अन्य बच्चों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. जिन परिवारों ने मासूम बच्चों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. मृतक बच्चों के परिजनों को शासन की तरफ से 4 -4 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.”