डैरेन सैमी (daren sammy ने कहा कि यह नस्लवाद की तरफ इशारा करता है. लोगों को ज्यादा शिक्षित करने की जरूरत है.
वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान रंगभेद को लेकर काफी मुखर हैं। उन्होंने कुछ दिनों पहले कहा था कि हमें लोगों को ज्यादा शिक्षित करने की जरूरत है। सैमी ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाड़ी उन्हें कालू बुलाते थे।
नस्लवाद की तरफ इशारा
सैमी ने कहा कि आपका विज्ञापन फेयर एंड लवली कहता है कि सिर्फ गोरे लोग ही प्यारे होते हैं. वह सिर्फ इसी चीज का विज्ञापन करता है. यह विज्ञापन साफतौर पर नस्लवाद की तरफ ही इशारा करता है. कैरेबियाई खिलाड़ी ने कहा कि हमें लोगों को ज्यादा शिक्षित करने की जरूरत है.
सैमी ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि आईपीएल में उनकी टीम सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाड़ी उन्हें कालू कहते थे और उन्होंने उनसे माफी की भी मांग की थी, हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि उन्हें पता चला कि टीम के खिलाड़ी उन्हें ऐसा प्यार से कहते थे.
वेस्टइंडीज को 2 बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले डैरेन सैमी का नस्लभेद को लेकर फिर दर्द छलका है। उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर भारत में क्रीम को फेयर एंड लवली को क्यों कहा जाता है।
सैमी की दलील है कि नस्ल और रंग के मामले में भारत में बहुत ज्यादा विविधता है, फिर उस देश ने फेयर एंड लवली जैसे प्रोडक्ट को आखिर क्यों स्वीकार किया?
Fair & Lovely क्रीम में अब नहीं रहेगा फेयर, कंपनी बदल रही नाम
नस्ली मानसिकता के खिलाफ अमेरिका समेत दुनिया भर में चल रहे आंदोलनों के बीच यूनिलिवर कंपनी अपने सौंदर्य उत्पाद ‘फेयर ऐंड लवली’ का नाम बदलने जा रही है. यूनिलिवर कंपनी सिर्फ फेयर ऐंड लवली ब्रैंड से ही भारत में सालाना 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा का कारोबार करती है. दुनिया भर में अश्वेतों के प्रति भेदभाव रोकने की मुहिम के बीच गोरे रंग को बढ़ावा देने वाली क्रीम को लेकर भी सवाल उठ रहे थे.
यूनिलिवर कंपनी ने कहा है कि वह अपने ब्रैंड की पैकेंजिंग से फेयर, व्हाइटनिंग और लाइटनिंग जैसे शब्दों को हटा देगी. इसके अलावा, विज्ञापनों और प्रचार सामग्री में हर रंग की महिलाओं को जगह दी जाएगी. भारत के अलावा, यह क्रीम बांग्लादेश, इंडोनेशिया, थाईलैंड, पाकिस्तान और एशिया के कई देशों में बिकती है.