निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने रविवार की सुबह 9.30 बजे के करीब अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है, जिसके लिए उन्होंने मंत्री संजय निषाद और उनके दोनों बेटों को जिम्मेदार बताया है। धर्मात्मा ने अपनी आत्महत्या से पहले एक फेसबुक पोस्ट में मंत्री संजय निषाद और उनके बेटों प्रवीण कुमार निषाद, ई. श्रवण कुमार निषाद पर राजनीतिक षड्यंत्र और उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
बता दे की धर्मात्मा ने लिखा है कि उन्होंने निषाद समाज के उत्थान के लिए अपने जीवन के 10 वर्ष समर्पित किए, लेकिन मंत्री संजय निषाद और उनके बेटों ने षड्यंत्र रचकर उन्हें कमजोर करने का प्रयास किया। उन्होंने यह भी लिखा है कि पनियरा क्षेत्र में हुई गुलशन निषाद की हत्या को दुर्घटना करार देने के लिए प्रशासन पर दबाव डाला गया था, और जब उन्होंने इसे हत्या साबित करने की कोशिश की, तो उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज कराए गए।
वही मंत्री संजय निषाद ने धर्मात्मा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनके खिलाफ गलत और भ्रामक बातें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने आगे कहा है कि धर्मात्मा निषाद पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे, और उनका निधन व्यक्तिगत क्षति है। मंत्री ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके। निषाद समाज भी निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।
रिपोर्ट:- कनक चौहान