चुनाव के समय चुनाव आयुक्त के इस्तीफा पर कांग्रेस बोली सरकार बताएं कारण नहीं तो…

चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे पर कांग्रेस ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यदि स्वतंत्र संस्थानों का व्यवस्थित विनाश नहीं रोका गया तो तानाशाही द्वारा लोकतंत्र पर कब्जा कर लिया जाएगा। बता दें, गोयल ने लोकसभा चुनावों से पहले इस्तीफा दिया है। उनका कार्यकाल पांच दिसंबर 2027 तक था और अगले साल फरवरी में राजीव कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त होते।

मल्लिकार्जुन खरगे ने साधा निशाना
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर कहा कि यह चुनाव आयोग है या चुनाव चूक। भारत में अब केवल एक चुनाव आयुक्त है। वह भी तब, जब कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनावों की घोषणा होनी है। अगर हम स्वतंत्र संस्थानों के व्यवस्थित विनाश को नहीं रोकते तो हमारे लोकतंत्र पर तानाशाही हावी हो जाएगा। ईसीआई अब गिरने वाली अंतिम संवैधानिक संस्थाओं में से एक होगी। चुनाव आयुक्तों के चयन की नई प्रक्रिया अब प्रभावी रूप से सत्तारूढ़ दल और पीएम मोदी के पास चली गईं हैं। कार्यकाल पूरा होने के 23 दिन बाद भी नए चुनाव आयुक्त की नियुक्ति क्यों नहीं की गई। मोदी सरकार को इन सवालों का जवाब देना चाहिए।

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