ओलंपिक: उत्तराखंड की बेटी का हॉकी में चयन, बोली- लक्ष्य है भारत का नाम रोशन करना ।

उत्तराखंड के हरिद्वार के छोटे से गांव रोशनाबाद से विश्वभर में नाम कमाने वाली महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान और मिडफील्डर खिलाड़ी वंदना कटारिया ने मंगलवार को अपने परिजनों से बातचीत की। इस दौरान वंदना ने कहा कि उनका उन्होंने कहा कि वह देश के लिए मेडल जीतकर आएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से टोक्यो ओलंपिक में जाने वाले खिलाड़ियों से बात की। उन्होंने प्रत्येक खिलाड़ी से जुड़ी कहानियां साझा करते हुए और उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूरा देश उनका समर्थन कर रहा है। इसके बाद वंदना ने अपने परिजनों से बात की। वंदना ने कहा कि उसे इस बात की बेहद खुशी है कि टोक्यो ओलंपिक में जाने का मौका मिला है। वंदना बोलीं, उसका लक्ष्य भारत के लिए मेडल जीत कर लाना है।

वंदना का ओलंपिक के लिए सेलेक्शन होने पर परिवार के साथ ही गांव में खुशी का माहौल है।  भाई पंकज कटारिया ने कहा कि वंदना का गला रुंधा हुआ था। दो माह पूर्व पिता की मौत होने के बाद वंदना ने उनकी याद को ही अपनी प्रेरणा बना लिया। वंदना ने फोन पर बताया कि उसका एकमात्र लक्ष्य ओलंपिक में मेडल लाना है। बड़े भाई चंद्रशेखर ने कहा कि उनके पिता नाहर सिंह ने ही वंदना को हॉकी खिलाड़ी बनाने के लिए प्रेरित किया था। पिता का सपना था कि उनके रहते हुए ओलंपिक में मेडल जीतना था। लेकिन दो माह पहले ही उनके पिता का निधन हो गया। भाई ने बताया कि वंदना कटारिया 17 को जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक खेलने के लिए दिल्ली से रवाना होंगी।
 
वंदना कटारिया :
-रोशनाबाद में 15 अप्रैल 1992 को हुआ जन्म 
-पहली बार जूनियर अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्पर्धा में 2006 में भाग लिया
-2010 में कटारिया को सीनियर राष्ट्रीय टीम में चुना गया।
-इस टीम ने 2013 में     जर्मनी में जूनियर वर्ल्ड कप में कांस्य जीता
-यहां वंदना सबसे अधिक गोल करने वाली खिलाड़ी बनीं
-2021 में वंदना अर्जुन पुरस्कार को नामित 

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