Dehli: निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के आलिमी मरकज के मुखिया मौलाना साद कंधालवी पर अब जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मौलाना साद कांधलवी और प्रबंधन कमेटी पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। ED ने दिल्ली पुलिस की एफआईआर के आधार पर केस दर्ज किया है। मौलाना साद पर देश और विदेश से फंडिंग लेने और हवाला के जरिये पैसा जुटाने का आरोप है। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग केस जमात से जुड़े ट्रस्टों के साथ-साथ कुछ अन्य लोगों के खिलाफ दायर किए गए हैं।
वहीं मौलना साद के वकील तौसीफ खान ने कहा कि उन्हें इसकी आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘मीडिया के जरिए मुझे मौलना साद और दूसरों पर ED की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करने की खबर मिली, लेकिन हमारे पास अब तक कोई सूचना नहीं है। वहीं वकील ने कहा कि मौलाना साद के पारिवारिक सदस्य जांच एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है कि वो लोग जांच से बच रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ने 31 मार्च को ही मौलाना साद समेत सात लोगों खिलाफ लॉकडाउन के आदेश का खुला उल्लंघन करने के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। बता दें कि बीते महीने निजामुद्दीन मरकज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जो देश में कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट बना था। देश के कई राज्यों से आए जमाती इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जिनमें से हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित पाए गए।