नया शैक्षिक सत्र 15 अप्रैल से शुरू, देखे क्या होगी प्रक्रिया….

प्रदेश में नया शैक्षिक सत्र 15 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। इस सत्र में प्रदेश सरकार अटल उत्कृष्ट स्कूलों का संचालन भी शुरू कर रही है, जो अंग्रेजी माध्यम में संचालित होंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध इन स्कूलों में आज से दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को इन स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए हैं।

प्रदेश सरकार ने राज्य के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा देने के उद्देश्य से हर ब्लॉक में दो माध्यमिक विद्यालयों को अटल उत्कृष्ट स्कूल में तब्दील किया है। इस लिहाज से प्रदेश में कुल 190 अटल उत्कृष्ट स्कूल इस सत्र से संचालित किए जाएंगे। शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने सोमवार को सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर अटल उत्कृष्ट स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा दाखिले कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में छठी कक्षा से नए दाखिले होने हैं। इसके साथ ही पहले से जो छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, उनकी पढ़ाई प्रभावित नहीं होने दी जाएगी। अब इन छात्रों की पढ़ाई भी अंग्रेजी माध्यम से होगी।

ऐसे मिलेगा दाखिला

बच्चे को अटल उत्कृष्ट स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए अभिभावक को स्कूल जाकर एक आवेदन फॉर्म भरना होगा। आवेदन फॉर्म के साथ बच्चे का पहचान प्रमाणपत्र, पूर्व कक्षा की अंकतालिका, स्थानांतरण प्रमाणपत्र, चरित्र प्रमाणपत्र व फोटो भी जमा करना होगा। कोरोना के चलते जो छात्र फिलहाल स्कूल आने में समर्थ नहीं हैं, वह स्कूल में संपर्क कर अपनी सीट रिजर्व कर बाद में भी उक्त दस्तावेज जमा कर सकते हैं। खास बात यह है कि स्कूलों में सीटों की कोई बंदिश नहीं होगी। स्कूलों को अपने संसाधनों के हिसाब से दाखिले लेने की छूट रहेगी।

शिक्षकों की तैनाती को कवायद तेज

अटल उत्कृष्ट स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के लिए भी कवायद तेज हो गई है। शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने महानिदेशालय को पत्र भेजकर शिक्षकों के चयन के लिए मानक तय करने पर सुझाव मांगे हैं। उधर, राजकीय शिक्षक संघ ने शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए संशोधन के सुझाव विभाग को भेजे हैं। संघ के प्रांतीय महामंत्री डॉ. सोहन सिंह माजिला ने कहा कि सरकार ने अटल उत्कृष्ट स्कूलों में तैनात होने वाले शिक्षकों का कैडर परिवर्तित नहीं करने का निर्णय लिया गया है। मूल कैडर नहीं बदलने से पदोन्नति कोटे से भरे जाने वाले पदों पर नियुक्ति रुक जाएगी। इस पर सरकार को निर्णय लेना चाहिए। जिन शिक्षकों ने अंग्रेजी में अध्यापन का विकल्प दिया है, उन्हें यथावत रहने दिया जाए। 55 साल से अधिक उम्र के शिक्षकों को दूसरे विद्यालय में समायोजित करने की स्थिति में उन्हें इच्छित स्कूल में काउंसिलिंग के जरिये तैनाती दी जाए। माजिला ने कहा कि हिंदी, संस्कृत और व्यायाम की शिक्षा के लिए अंग्रेजी अनिवार्य नहीं है। इसलिए सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि इन विषयों के शिक्षकों के बारे में क्या नीति होगी।

आधे स्कूलों के पास मान्यता नहीं

शिक्षा विभाग ने अटल उत्कृष्ट स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया तो शुरू कर दी है, मगर आधे से ज्यादा स्कूलों को अभी सीबीएसई से मान्यता नहीं मिल पाई है। अब तक मात्र 86 स्कूलों को ही सीबीएसई की मान्यता मिल सकी है। बाकी के 104 स्कूलों की मान्यता की अर्जी अधर में अटकी है। राजधानी देहरादून की बात करें तो यहां भी अभी 12 में से पांच स्कूलों को ही मान्यता मिल पाई है। अटल उत्कृष्ट स्कूलों के नोडल अधिकारी डॉ. मुकुल सती ने बताया कि मान्यता के लिए प्रयास गतिमान हैं। ज्यादातर स्कूलों की मान्यता प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जल्द ही सभी स्कूलों को मान्यता मिल जाएगी।

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