राजस्थान गहलोत सरकार के बजट से मुस्लिम समाज नाराज- नारेबाजी कर किया सीएम का पुतला दहन…

  • राजस्थान की गहलोत सरकार से बजट को लेकर मुस्लिम समाज में काफी नाराजगी पाई जा रही है
  • जिसके चलते जयपुर स्थित ईदगाह अल्पसंख्यक समुदाय ने विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, का पुतला दहन किया
  • वही दर्जनभर विधायक सहित शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
  • और इस्तीफे की मांग की

(जयपुर.)मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 24 फरवरी को तीसरी बार राजस्‍थान सरकार का बजट (Budget 2021-2022) विधानसभा में पेश किया गया. हालांकि कोरोना वायरस की महामारी के बाद राजस्थान में जादूगर कहे जाने वाले गहलोत का बजट पिटारा इस बार अल्पसंख्यक समुदाय के लिए काफी मायूसी वाला रहा है. बुनियादी बिंदुओं को छोड़ इस बार अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बजट में न कोई नई घोषणा की गई न ही पहले से जारी किसी योजना को मजबूती देने पर ध्यान दिया गया. बजट स्पीच से इस बार मदरसा (Madrasa)शब्द नदारद था।

यही नहीं, न तालीम को बढ़ावा देने की बात और न अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कोई नया प्लान तैयार किया जिसके चलते मुस्लिम समाज में सरकार के प्रति काफी नाराजगी पाई जा रही है और मुस्लिम समाज अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है,इसी कड़ी में उर्दू शिक्षक संघ सहित कई मुस्लिम तंजीमों ने जयपुर स्थित ईदगाह पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला दहन किया और साथ ही दर्जनभर विधायकों के खिलाफ नारेबाजी की।।

राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष अमीन कायमखानी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने जन घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया है. बजट में अल्पसंख्यक समुदाय को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया और अपनी बात पर खरे नहीं उतरे.

मुख्यमंत्री ने उर्दू तालीम मदरसा मदरसों को लेकर कोई घोषणा नहीं की है. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए न तो मुख्यमंत्री और न ही शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कोई काम किया है. बजट की हम पूरी तरह से निंदा करते हैं. उन्होंने मांग की कि बजट बहस के जवाब में मुख्यमंत्री को अल्पसंख्यकों के लिए कोई बड़ी घोषणा करनी चाहिए.

अन्यथा आगामी उप चुनाव में सरकार अंजाम के लिए तैयार रहे, इस मौके पर उर्दू शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष अमीन कायमखानी शोएब खान का कारी इसहाक सहित अन्य संगठनों के लोग मौजूद रहे।।।

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