कोरोना वायरस की वजह से देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूर विभिन्न जगहों पर फंसे हुए हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रेलवे की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी। विनोद कुमार ने बताया कि 72 घंटे से ज्यादा सिर्फ चार ट्रेनों समय लिया। 3840 ट्रेनें 72 घंटे से कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि 90 फीसदी ट्रेन समय से पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि कई कारणों की वजह से ट्रेनों के रूट को डायवर्ट करना पड़ा। ट्रेन लेट होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नौ दिन ट्रेन लेट होने का आरोप झूठा है। ऐसा कुछ भी नहीं है। विनोद कुमार यादव ने कहा कि ट्रेन के रास्ता भटकने की खबरें पूरी तरह से बेबुनियाद है। कोई भी ट्रेन रास्ता नहीं भटक सकती।
- रेलवे ने अपील की है कि जो लोग गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, वो ट्रेन यात्रा से बचें।
- इसके अलावा गर्भवती महिलाएं, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और 65 से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग भी अगर जरूरी न हो तो यात्रा न करें।
- ट्रेन यात्रा के दौरान महिला की दुखद मृत्यु हुई, उसकी जांच चल रही है।
- रेलवे एक-एक केस की जांच करने में जुटा हुआ है। खाने-पीने की स्थिति को लेकर भी 24 घंटे निगरानी हो रही है।
- कई ट्रेनों में डायनमिक किराया लगाने पर रेलवे बोर्ड ने कहा कि हमने किराए की सरंचना में कोई बदलाव नहीं किया है।
- एक जून से चलने वाली 200 ट्रेनों की जानकारी साझा कर दी गई है और आरक्षण की प्रकिया भी सामान्य कर दी गई है।