उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर अब सिर्फ हरिद्वार जनपद ही रेड जोन में बचा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऊधमसिंह नगर और अल्मोड़ा जनपद को ग्रीन जोन घोषित कर दिया है। जबकि देहरादून और नैनीताल को रेड जोन से बाहर कर ऑरेंज जोन घोषित किया है।
प्रदेश के आठ पर्वतीय जनपद चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, पौड़ी पहले ही ग्रीन जोन में हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले सप्ताह के कोरोना संक्रमित मामलों के आधार पर ऊधमसिंह नगर और अल्मोड़ा जनपद को ग्रीन जोन घोषित कर दिया है। अल्मोड़ा में एक और ऊधमसिंह नगर में सात संक्रमित मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी सूची में देहरादून और नैनीताल को रेड जोन से बाहर कर ऑरेंज जोन में शामिल किया गया।
जबकि हरिद्वार जनपद को रेड जोन में ही रखा है। अपर सचिव युगल किशोर पंत ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण के आधार पर तय किए जोन के मानकों में कुछ बदलाव किया है। 28 दिन की अवधि को घटा कर 21 दिन किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय एक सप्ताह में कोरोना संक्रमित मामलों का आकलन कर जिलों की श्रेणी तय करता है। यदि किसी जनपद में संक्रमण के मामले बढ़ते हैं तो वह जिला दोबारा से रेडजोन की श्रेणी में आ सकता है।
ये है जिलेवार स्थिति…
रेड जोन – हरिद्वार
ऑरेंज जोन – देहरादून और नैनीताल
ग्रीन जोन -चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़, पौड़ी, अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर
ये हैं मानक…
रेड जोन से ऑरेंज या ग्रीन जोन में आने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो मानक तय किए हैं, उनमें संक्रमित मामले, दोगुना होने की दर, जांच की सुविधा, सर्विलांस फीडबैक आदि समेत कुछ अन्य मानक शामिल हैं।