नेशनल डेेस्कः मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों की भीड़ इकट्ठा होने के मामले में पुलिस ने विनय दुबे नाम के शख्स को हिरासत में लिया है। विनय दुबे को नवी मुंबई पुलिस ने पकड़ा और मुंबई पुलिस को सौंप दिया। विनय दुबे पर लॉकडाउन के बीच भीड़ को गुमराह करने का आरोप है। विनय दुबे ने ‘चलो घर की ओर’ कैंपेन चलाया था और इसको लेकर उसने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट भी शेयर किया था। उसने ट्विटर पर भी चेतावनी भरी पोस्ट लिखी थी।
There was no sudden gathering in Bandra, Mumbai, it was being planned for the last several days.
Vinay Dubey is from Bhadohi.
For the past several days, through social media, this charity thief was provoking migrant laborers.@Uppolice @bhadohipolice @MrityunjayUP @ShishirGoUP7609:19 PM – Apr 14, 2020Twitter Ads info and privacy774 people are talking about this
दूबे ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो अपलोड करके महाराष्ट्र सरकार से मांग की थी कि वह प्रवासी कामगारों के लौटने का इंतजाम करे, जो कोरोनावायरस के कारण जारी लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। वह वीडियो में कहता है कि प्रवासी कामगार अपने पैतृक गांव जाना चाहते हैं। उसने कहा ता कि अगर 18 अप्रैल तक ट्रेन नहीं चलाई गई तो भारी संख्या में मजदूर इसका विरोध करेंगे। वहीं पुलिस का मानना है कि सोशल मीडिया संदेशों के चलते ही मजदूर बांद्रा स्टेशन पर इकट्ठे हो गए। इनमें से ज्यादातर लोग बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल के थे। मुंबई पुलिस ने इस मामले में एक हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
दुबे के खिलाफ आईपीसी की धारा 117, 153 ए, 188, 269, 270, 505(2) और एपिडेमिक एक्ट की धारा 3 के तहत मुकद्दमा दर्ज किया गया है। बता दें कि मंगलवार को मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। ये सभी मजदूर घर जाने के लिए स्टेशन पहुंचे थे। वहीं ट्रेन न चलने के कारण मजदूरों ने हंगामा करना शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और मजदूरों को वहां से हटाया गया। बता दें कि कोरोना की गंभीरतो को देखते हुए पूरे देश में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। इस दौरान न तो कोई ट्रेन चलेगी, न बस और न ही हवाई सफर लोग कर पाएंगे।