कानपुर केस: चेक लेते हुए बेहोश होकर गिर पड़ी शहीद ‘CO की पत्नी- कहा-विकास जैसे अपराधियों को जीने का हक नहीं….

  • कानपुर में बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद
  • कानपुर में चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव की है घटना
  • सीएम योगी ने तमाम शहीद पुलिसकर्मियों को की एक करोड रुपए देने की घोषणा
  • सीओ देवेंद्र मिश्रा की पत्नी चेक लेते हुए बेहोश होकर गिर पड़ी
  • बेटी ने कहा पापा डॉ बनाना चाहते थे अब पुलिस पुलिसकर्मी बनकर देश की सेवा करूंगी।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की एक टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां चला दीं, जिसमें डीएसपी देवेंद्र मिश्रा और थाना प्रभारी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इसे यूपी पुलिस पर एक बहुत बड़े हमले के रूप में देखा जा रहा है।

कानपुर में शहीद हुए कुछ पुलिसकर्मियों के परिजनों को मंगलार को आर्थिक सहायता का चेक दिया गया। कानपुर में शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा की पत्नी को राज्यमंत्री ने पीडब्लयूडी में एक करोड़ की सहायता राशि का प्रमाण पत्र दिया। रोते हुए पत्नी आशा बोलीं उनके दोनों बेटियों को नौकरी मिले।

 मंत्री से प्रमाण पत्र लेते हुए शहीद सीओ की पत्नी बेहोश हो गईं। मंत्री ने उन्हें अपने हाथों से पानी पिलाया गया। साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिलाते हुए कहा कि विकास दुबे नहीं बचेगा। ऐसी सज़ा मिलेगी कि उसकी सात पुस्तें याद रखेंगी उन्होंने कहा कि गद्दार पुलिसकर्मियों को भी सरकार नहीं छोड़ेगी!

सीओ की बेटी ने कहा था अपराधियों का खात्मे के बनूंगी पुलिस अफसर 

पापा मुझे डॉक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन अब उनकी शहादत के बाद मैंने पुलिस अफसर बनकर अपराधियों का खात्मा करने की ठान ली है।

शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा की बेटी ने यह बात कही। देवेंद्र मिश्रा की  दो बेटियां वैष्णवी व वैशारदी हैं। बड़ी बेटी उन्नाव के एक डिग्री कॉलेज से बीएससी सेकेंड ईयर की पढ़ाई करने के साथ ही नीट की तैयारी कर रही है।

लेकिन पिता की शहादत ने उसे इस कदर झकझोर दिया कि अब डॉक्टर की पढ़ाई करने का लक्ष्य पीछे छूट गया है। वैष्णवी ने बताया कि अब वह भी पिता की तरह बहादुर पुलिस अफसर बनना चाहती है। क्यों कि विकास जैसे दुर्दांत अपराधियों का खात्मा कर सके। इससे कि फिर किसी बेटी के सर से पिता और पत्नी के सर से पति का साया नहीं उठे।

पति की शहादत के बाद अब बेटी करेगी पुलिस में देश सेवा
पति की शहादत के बाद भी सीओ की पत्नी आशा मिश्रा का हौसला नहीं डिगा, उन्होंने बेटी के पुलिस अफसर बनने की इच्छा पर सवाल पूछने पर कहा कि देश सेवा के दौरान पति शहीद हुए हैं। अब बेटी भी देश सेवा करेगी मुझे गर्व है। बस उन्होंने रोते हुए और रूंधे गले से एक ही बात कही कि विकास को उसके पापों की सजा मिलनी चाहिए। विकास जैसे अपराधियों को जीने का हक नहीं है।

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