Jaipur: नाहरगढ़ के जंगल में लापता हुए दो भाई, एक भाई की लाश मिलने के बाद आज किया गया अन्तिम संस्कार, दूसरे का पांचवें दिन बाद भी नही लगा सुराग…

  • नाहरगढ़ के जंगल में घूमने निकले दो भाइयों में से एक भाई का शव मिलने के बाद दूसरे भाई का पांचवें दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका.
  • एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, पुलिस, वन विभाग सहित कई टीम राहुल की तलाश में जंगल का चप्पा-चप्पा छान रही हैं.
  • जंगल में छोटे भाई की लाश मिलना जितना रहस्यमय है, उससे कहीं ज्यादा बड़े भाई के लापता होने की मिस्ट्री पुलिस के गले नहीं उतर रही.
  • हालांकि, पुलिस लापता की तलाश में जरूर जुटी है. लेकिन लगता है कि इस मामले में जरूर कुछ है जो पुलिस से छूट रहा है. 

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नाहरगढ़ के जंगल में घूमने निकले दो भाइयों में से एक भाई का शव मिलने के बाद दूसरे भाई का पांचवें दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, पुलिस, वन विभाग सहित कई टीम राहुल की तलाश में जंगल का चप्पा-चप्पा छान रही हैं. वहीं, आज हेलीकॉप्टर के जरिए भी जंगल में राहुल की तलाश की गई और अनेक टीम बनाकर घने जंगलों के अंदर भेजी गई. घने जंगलों के अंदर जाकर टीम के सदस्यों ने टायर जलाकर धुंआ किया और हेलीकॉप्टर को सिग्नल भेजा ताकि उस क्षेत्र में गहन सर्च किया गया!!


रविवार को शास्त्री नगर से आशीष और राहुल दोनों भाई नाहरगढ़ के जंगल में घूमने के लिए निकले और रास्ता भटकने के चलते दोनों एक दूसरे से बिछड़ गए. इसके बाद आशीष ने अपने परिजनों से फोन के जरिए संपर्क कर यह बात भी बताई कि वह राहुल से बिछड़ गया है और जंगल में भटक गया है. इसके बाद सोमवार सुबह आशीष की लाश जंगल में झाड़ियां के अंदर से बरामद की गई. वहीं, राहुल का आज 5 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका है. इसके साथ ही आशीष के शव का परिजनों ने आज दाह संस्कार भी कर दिया. इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए 18 सदस्यी SIT का भी गठन किया जा चुका है.

पांचवें दिन भी जारी रही राहुल की तलाश


राहुल की तलाश में आज पांचवे दिन तीन उच्च क्वालिटी के ड्रोन शास्त्री नगर, भट्टा बस्ती और ब्रह्मपुरी इलाके से उड़ाकर जंगल के अलग-अलग इलाकों में छानबीन की गई. इसके साथ ही 200 से अधिक लोगों की टीम कांबिंग करते हुए जंगल के अंदर लगातार सर्च ऑपरेशन चलाती रही. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर के जरिए भी पुलिस के आला अधिकारियों ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन उसमें भी उन्हें सफलता प्राप्त नहीं हुई.

क्या बोली जयपुर पुलिस?

जयपुर एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई का कहना है, जिस पॉइंट पर दोनों भाइयों का आपस में संपर्क खत्म हुआ था, वहीं पर आशीष की लाश मिली.. इससे पहले, आशीष ने भी अपने मोबाइल से कई बार राहुल को कॉल किया, लेकिन संपर्क नहीं हुआ. अब पुलिस राहुल की तलाश में घने जंगल में तलाशी अभियान में लगी है. साथ ही तकनीकी बिंदुओं और उसके दोस्ती-यार जैसे हर एक पहलू पर पुलिस काम कर रही है. लेकिन परिजनों का आरोप है कि यदि समय रहते पुलिस जाग जाती तो आज आशीष .. जिंदा होता और राहुल लापता नहीं होता. 

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