कहते हैं कि अच्छे दोस्त मिल जाए तो राह आसान हो जाते हैं, एक अच्छी दोस्ती धर्म जाति पंथ नहीं देखते इस तिकड़ी ने एक साथ की UPSC की तैयारी, 2 बने IAS और 1 IPS अफसर…

आज आपको तीन आईएएस-आईपीएस दास्तों की एक कहानी बताते हैं….

तीनों ने एक साथ पढ़ाई की और एक साथ ही एमटेक के बाद यूपीएससी की तैयारी के लिए विशाल मिश्रा और साद मियां खान ने दिल्ली का रुख किया. यहां इन लोगों की मुलाकात गौरव विजयराम से हुई. इसके बाद तीनों पक्के दोस्त बन गए और जुट गए अपने सपने को पूरा करने में, आईएएस-आईपीएस बने. आइए जानते हैं IPS साद मियां खान, IAS विशाल मिश्रा और IAS गौरव विजयराम की सफलता की कहानी.
वहीं, दुनिया में कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो लोगों की इस धारणा को बदलकर रख देते हैं. आज हम आपके लिए जो सक्सेस स्टोरी लेकर आए हैं, वह ऐसे ही तीन जिगरी यारों की है.आप लोगों ने शोले फिल्म का चर्चित गाना सुना तो होगा ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे…’. दोस्ती की कई कहानियां हैं. आज आपको तीन आईएएस-आईपीएस दास्तों की एक कहानी बताते हैं,तीनों एक साथ रहे, एक साथ पढ़े और एक साथ ही IAS और IPS अफसर बने. ये दोस्त हैं IPS साद मियां खान, IAS विशाल मिश्रा और IAS गौरव विजयराम. तीनों ने साल 2017 में यूपीएससी क्रैक किया था.

साद मियां ने पांचवें प्रयास में क्रैक की यूपीएससी..

साद मियां खान उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले हैं. विशाल मिश्रा से उनकी मुलाकात हरकोट बटलर टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (HBTU), कानपुर में बीटेक के दौरान हुई. दोनों लोगों ने एमटेक के लिए आईआईटी कानपुर में एडमिशन लिया. यहां साद ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी,एमटेक के बाद यूपीएससी की तैयारी के लिए विशाल मिश्रा और साद मियां खान ने दिल्ली का रुख किया. यहां इन लोगों की मुलाकात गौरव विजयराम से हुई. इसके बाद तीनों पक्के दोस्त बन गए और जुट गए अपने सपने को पूरा करने में,साद ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2013 में पहली बार दी थी. उन्हें यूपीएससी में सफलता 2017 में मिली. यह उनका पांचवां प्रयास था. साद ने ऑल इंडिया 25वीं रैंक हासिल की. लेकिन उन्होंने IAS की बजाए आईपीएस चुना, गौरव विजयराम का साल 2017 में चौथा प्रयास था. उन्होंने 34वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि शुरुआती प्रयास में वह मुख्य परीक्षा के लिए तैयार नहीं थे. इसके बाद के प्रयास में जनरल स्टडीज के पेपर में अच्छे मार्क्स नहीं आए थे.

कहां हैं तीनों दोस्त…

आईएएस विशाल मिश्रा उत्तराखंड के रहने वाले हैं. उन्होंने आईआईटी कानपुर में साद मियां खान के साथ एमटेक किया. इसके बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की. विशाल ने साल 2017 में 49वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक की थी.
विशाल मिश्रा 2018 बैच के IAS अधिकारी हैं। वर्तमान में विशाल मिश्रा उत्तराखंड के जिला उधमसिंह नगर में संयुक्त मजिस्ट्रेट रुद्रपुर हैं। वहीं, साद मियां खान ने आईपीएस को चुना और उन्हें यूपी कैडर में रखा गया है। गौरव कुमार को आजमगढ़ का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।

रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा

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