दिल्ली में जल्द ट्रैफिक समस्या से मिलेगा छुटकारा दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को भेजी अपनी रिपोर्ट…

दिल्ली अब वाहनों की संख्या को देखकर सिग्नल लाइट रंग बदलेगी। जिस तरफ वाहन ज्यादा होंगे। उस तरफ लाइट ज्यादा ग्रीन रहेगी। दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को भेजी अपनी रिपोर्ट और त्रिवेंद्रम की कंपनी डीपीआर तैयार करने में जुटी है।

ये सब अनुकूली यातायात नियंत्रण (एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल) से संभव हो पाएगा

अब जिधर वाहनों की संख्या ज्यादा होगी उस तरफ की लाइट अपने आप हरी हो जाएगी। ये सब अनुकूली यातायात नियंत्रण (एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल) से संभव हो पाएगा। दिल्ली पुलिस ने इसकी फाइल केंद्रीय गृहमंत्रालय को भेजी है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मंत्रालय से जल्द ही अनुमति मिलने की संभावना है, दिल्ली पुलिस यातायात के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यातायात पुलिस दिल्ली में काफी इंटेलीजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम(आईटीएमएस) लाने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि शुरूआत में यातायात पुलिस एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम ला रही है। इस पर त्रिवेंद्रम की सरकारी कंपनी सी-डेक डिटेल प्रोजेक्ट (डीपीआर)खाका तैयार करने में जुड़ गई है, दिल्ली पुलिस ने इस सिस्टम को हरी झंडी देने के लिए कुछ दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेजी है।

प्रारंभ में,दिल्ली के 37 प्रमुख कॉरिडोर पर इस सिस्टम को परीक्षण के तौर पर लागू किया जाने की संभावना है

इसके लागू होने के बाद दिल्ली में लाइट सिग्रल ऑटोमेटिक मोड में काम करेंगे, यातायात पुलिसकर्मी तैनात करने की जरूरत नहीं होगी, वरिष्ठ यातायात पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस सिस्टम के लागू होने के बाद दिल्ली की यातायात व्यवस्था में काफी सुधार आ जाएगा। वाहन चालकों को लाइट पर ज्यादा देर तक जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा। लाल बत्ती का उल्लंघन, तेज रफ्तार गाड़ी चलाने, लेन का उल्लंघन आदि सभी तरह के चालान हो सकेंगे। जहां इस नई प्रणाली को लागू होने से दिल्ली में यातायात की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकेगा,और लोगों को जाम से छुटकारा मिलेगा, प्रारंभ में,दिल्ली के 37 प्रमुख कॉरिडोर पर इस सिस्टम को परीक्षण के तौर पर लागू किया जाने की संभावना है, और यदि यह सफल होता रहा, तो पूरे शहर में इसे विस्तारित किया जाएगा।इसके परिणामस्वरूप, यातायात पुलिसकर्मियों को अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया जा सकेगा, और आगे दिल्ली के यातायात प्रबंधन में सुधार देखने को मिलेगा।

रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा

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