दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं पर कसा शिकंजा- राकेश टिकैत समेत छह पर FIR दर्ज….

  • दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों के उग्र प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।
  • दिल्ली पुलिस ने बड़े किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
  • इस एफआईआर में डॉ.दर्शनपाल और योगेंद्र यादव के नाम शामिल हैं।
  • इसके साथ ही एफआईआर में किसान नेता राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिन्दर सिंह उग्राहा का नाम भी शामिल है।

नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में काफी हिंसा हुई। दिल्ली पुलिस ने हिंसा को लेकर कई किसान नेताओं पर एफआईआर दर्ज की है, इनमें राकेश टिकैत, डॉ. दर्शन पाल, जोगिंदर सिंह उग्राहा, बूटा सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, योगेंद्र यादव ,हरपाल सिंह, ऋषिपाल, जगतार बाजवा और राजेंद्र सिंह का नाम शामिल है। ट्रैक्टर रैली को लेकर NOC पर दस्तखत करने वाले साभी नेताओं के खिलाफ एफआईआर की गई है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर मार्च के दौरान इन नेताओं की ओर से नियमों का उल्लंघन किया गया। दिल्ली पुलिस की ओर से अब सिंघु बॉर्डर के पास से सभी वाहनों को हटाया जा रहा है। मीडिया के वाहनों को भी हटाया जा रहा है। हिंसा के बाद से ही सभी प्रदर्शनस्थलों पर सुरक्षा को बढ़ाया गया है।

10,000 से ज्यादा किसान ITO में घुसे
राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान ITO पर हिंसा में दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की छह बसों और पुलिस के पांच वाहनों में तोड़फोड़ की गई। घटना के संबंध में दर्ज एक प्राथमिकी में यह कहा गया है। प्राथमिकी में दावा किया गया है कि इलाके में 600 ट्रैक्टरों के जरिए 10,000 से ज्यादा किसानों के दाखिल होने के बाद कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और लोहे के 70 अवरोधकों को तोड़ दिया गया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने तिलक ब्रिज से लुटियन दिल्ली में दाखिल होने का प्रयास किया जबकि इंद्रप्रस्थ इस्टेट थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर परेड आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

प्राथमिकी के मुताबिक किसानों ने बैरिकेड तोड़ डाले और ITO में ट्रैक्टरों से DTC की बसों को टक्कर मारी और पुलिसकर्मी को कुचलने का प्रयास किया। बड़ी संख्या में उग्र प्रदर्शनकारी बैरियर तोड़ते हुए लालकिला पहुंच गए और उसकी प्राचीर पर उस स्तंभ पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया जहां भारत का तिरंगा फहराया जाता है। सड़कों पर ईंट और पत्थर बिखरे पड़े थे। पुलिस ने प्राथमिकी में कहा कि पुलिसकर्मी रामचरण अग्रवाल चौक, आईटीओ पर तैनात थे। दोपहर 12 बजे सरायकाले खां की तरफ से एमजीएम मार्ग पर 500 से 600 ट्रैक्टरों पर सवार होकर 9,000 से 10,000 प्रदर्शनकारी आईटीओ आ गए।’

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