पिछले कुछ दिनों से, भारत और बांग्लादेश के बीच टेंशन बढ़ती जा रही है। इसी मध्य सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बड़ा कदम उठाया है। अब बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ के जवान जीरो लाइन के करीब तैनात होंगे।
बीएसएफ ने मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन के पास अपने जवानों को तैनात कर दिया है
भारत बांग्लादेश तनातनी के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ ने बढ़ाई कड़ी सुरक्षा। सीमावर्ती किसानों ने फैसले पर जताई बेहद खुशी। बीएसएफ ने किसानों से की सहयोग की अपील। पड़ोसी देश बांग्लादेश में जारी अशांति के मद्देनजर घुसपैठ व अन्य अवैध क्रियाकलापों को रोकने और भारतीय किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बीएसएफ ने मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन के पास अपने जवानों को तैनात कर दिया है, शुक्रवार से जवान आधिकारिक तौर पर रानीनगर थाना क्षेत्र के राजानगर सीमा के पास जीरो लाइन पर गस्त करते दिखे। बीएसएफ ने यहां किसान सहयोग उत्सव नाम से एक समारोह भी आयोजित किया, जिसमें बल के डीआईजी ने इसकी जानकारी दी। बीएसएफ के इस कदम से सीमावर्ती सीमावर्ती किसानों में बेहद खुशी की लहर हैं। उन्होंने जीरो लाइन पर जवानों की तैनाती की बीएसएफ की पहल की सराहना की है।
बीएसएफ ने पूरे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी सुरक्षा और कड़ी कर दी है
आपको बताते चलें,भारत-बांग्लादेश सीमा पर कई जगह तारबंदी (बाड़) नहीं होने के कारण अक्सर बांग्लादेशी बदमाश व तस्कर रात के वक्त अवैध तरीके से भारतीय सीमा में दाखिल होकर चोरी-छिपे फसल काटकर लेकर चले जाते हैं। साथ ही किसानों को खेत में काम करने के दौरान भी कई बार परेशान करते हैं। ऐसे में जवानों की तैनाती से किसानों को काफी सुविधा होगी। बीएसएफ डीआईजी अनिल कुमार सिंह ने कहा कि सीमावर्ती किसानों की सुविधा के लिए जवानों को जीरो लाइन पर तैनात किया गया है, इधर, बांग्लादेश में मौजूदा उथल-पुथल को देखते हुए बीएसएफ ने पूरे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी सुरक्षा और कड़ी कर दी है। कोई अराजक तत्व या घुसपैठिए भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं कर पाए इस पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बांग्लादेशी बदमाश इसी मौके का फायदा उठाकर भारतीय किसानों की फसल काट लेते हैं। इससे निपटने के साथ- साथ बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बीएसएफ की 149, 73 और 146 बटालियन के जवानों को खुली सीमा पर जीरो लाइन पर भेजा गया है। रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा