राजस्व विभाग, बिहार सरकार द्वारा जारी की गई ताज़ा रैंकिंग में बांका जिला ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता का परचम लहराते हुए राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह प्रतिष्ठित उपलब्धि जिले के यशस्वी जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व, सशक्त प्रशासनिक प्रणाली और निरंतर अनुश्रवण की परिणामस्वरूप संभव हो सका है।
गौरतलब है कि बांका जिला पिछले तीन वर्षों से लगातार राजस्व के क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है, जो अपने-आप में एक मिसाल है। यह रैंकिंग भूमि सुधार, म्यूटेशन, परिमार्जन, दाखिल-खारिज, न्यायालयीन मामलों के निष्पादन, वसूली, अतिक्रमण हटाने एवं डिजिटल रेकॉर्ड प्रबंधन जैसे विविध पहलुओं पर आधारित होती है, जिनमें बांका जिले ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार द्वारा न केवल राजस्व कर्मियों की नियमित समीक्षा बैठकें की जाती हैं, बल्कि प्रत्येक अंचल एवं हल्का स्तर पर लक्ष्यों की साप्ताहिक निगरानी कर त्वरित सुधारात्मक कदम भी उठाए जाते हैं। उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि आम नागरिकों को समयबद्ध, पारदर्शी एवं प्रभावी सेवाएं प्राप्त हों।
राज्य भर के जिलों में जहाँ राजस्व मामलों की प्रगति चुनौतीपूर्ण बनी रहती है, वहीं बांका ने अपनी कुशल कार्यप्रणाली से यह सिद्ध कर दिया है कि स्पष्ट दिशा, कड़ी अनुशासन और जनसेवा की प्रतिबद्धता से किसी भी क्षेत्र में सतत उत्कृष्टता प्राप्त की जा सकती है।
यह सफलता न केवल बांका प्रशासन की टीम भावना और कड़ी मेहनत का प्रतिफल है, बल्कि राज्य के अन्य जिलों के लिए प्रेरणा स्वरूप भी है।
बांका जिला प्रशासन की यह उपलब्धि एक बार फिर यह सिद्ध करती है कि जब नेतृत्व प्रतिबद्ध हो और कार्य संस्कृति में पारदर्शिता व समर्पण हो, तब राजस्व जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में भी निरंतर कीर्तिमान स्थापित किए जा सकते हैं।
बांका आज गर्व से कह सकता है — “राजस्व हो या सुशासन, हम हैं नंबर वन।” मनोरंजन प्रसाद, ब्यूरो चीफ, बांका।
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