
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि ‘प्रदेश सरकार की विफलता तब चरम पर दिखाई दी जब कोरोना महामारी ने प्रदेश को अपनी गिरफ्त में रख छोड़ा था.’
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आज लिखित में जारी एक बयान के जरिए बीजेपी (BJP) को फिर से कटघरे में खड़ा किया है. अखिलेश यादव ने कहा है कि ‘देश-प्रदेश में आरक्षण समाप्त किया जा रहा है. पिछड़े, दलित, आदिवासी और महिलाओं के अधिकार समाप्त किये जा रहे है. वर्तमान सरकार पिछड़ो की अनदेखी कर रही है. भाजपा-आरएसएस दोनो सिर्फ नफरत की राजनीति चला रहे हैं। समाज को बांटने का जहर फैलाया जा रहा है’.
अपने बयान में अखिलेश यादव नेकहा है कि ‘भाजपा के अन्याय के शिकार सभी है. भ्रष्टाचार, महंगाई से जनता की कमर टूट गई है. समाजवादी पार्टी जनाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है. भाजपा के वोट से समाजवादी पार्टी का वोट ज्यादा है. जनता का भरोसा भी सपा पर है. लोकतंत्र का बचाने के लिए इस बार बूथ स्तर तक लड़ाई होगी. भाजपा ने सबसे ज्यादा धोखा किसानों और नौजवानों को दिया है. किसानों से किए सभी वादे वादे ही रह गए है. गन्ना किसान अभी तक मारा-मारा फिर रहा है. नौजवान के पास रोजगार नहीं है. उसकी नौकरियां छिन गई हैं. महिलाओं का मान-सम्मान सुरक्षित नहीं है. प्रदेश में अपराध बढ़े हैं’.
कोरोना महामारी पर भी BJP को घेरा
अखिलेश यादव ने कहा कि ‘प्रदेश सरकार की विफलता तब चरम पर दिखाई दी जब कोरोना महामारी ने प्रदेश को अपनी गिरफ्त में रख छोड़ा था.’ भाजपा सरकार के कुप्रबंधन के कारण बड़ी तादाद मे चिकित्सा सुविधाओं से वंचित लोग अपनी जान गंवा बैठे. आक्सीजन और दवाओं की कालाबाजारी के चलते किसानों की सांसे थम गई. भाजपा की अमानवीयता और संवेदनहीनता का इससे बड़ा प्रमाण और क्या होगा कि वह कोरोना के संक्रमण से हुई मौतों को ही नकार रहे है. मृृतकों के आश्रितों को सरकारी उपेक्षा के चलते न मृत्यु प्रमाणपत्र मिल रहा है नहीं आर्थिक मदद मिल रही है.