चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद G 23 ग्रुप फिर एक्शन में गुपचुप कर रहे हैं….

पांच राज्यों में कांग्रेस ने एक बार फिर करारी हार का सामना किया है। पंजाब में जहां कांग्रेस की सरकार थी, वहां से भी जनता ने पार्टी को नकार दिया है। खबर है कि कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी का असंतुष्ट खेमा यानि जी-23 ग्रुप फिर एक्टिव हो गया है। शुक्रवार शाम वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के घर पर ग्रुप के नेताओं ने मुलाकात की है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और मनीष तिवारी भी शामिल हुए। बैठक में उन्होंने ऑल इंडिया कांग्रेस की आपात बैठक बुलाने और जल्द से जल्द कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग की है।

10 मार्च का दिन कांग्रेस के लिए बुरा स्वप्न साबित हुआ। देश के सबसे बड़े राज्य में कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी थी वहां कांग्रेस के खाते में महज दो सीट आई। इतना ही नहीं पार्टी का वोट शेयर भी दो प्रतिशत से कम रहा। कांग्रेस पार्टी ने पंजाब में अपनी सत्ता भी गंवा दी। कांग्रेस को यहां 18 सीट मिली। 2017 में कांग्रेस ने यहां 77 सीट जीतकर सत्ता बनाई थी। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सपनों पर झाड़ू फेर दिया। यही नहीं पार्टी ने उन राज्यों में भी कमजोर प्रदर्शन किया जहां उसे वापसी की उम्मीद थी, इसमें उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर शामिल है।

देश के राज्यों में सिलसिलेवार पतन के बाद एक बार फिर कांग्रेस का असंतुष्ट खेमा सक्रिय हो गया है। उन्होंने गुलाम नबी आजाद के घर बैठक की है। बैठक में उन्होंने ऑल इंडिया कांग्रेस की आपात बैठक बुलाने और जल्द से जल्द कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग की है। इसमें मनीष तिवारी और कपिल सिब्बल भी शामिल थे।

काबिलेगौर है कि इससे पहले इन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था और मांग की थी कि पार्टी को एक स्थायी अध्यक्ष चुन लेना चाहिए।

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