देश में डीपफेक के खिलाफ बनेगा कानून 10 दिन के अंदर होगा लागू…

देश में डीपफेक के मुद्दे पर सोशल मीडिया कंपनियों के साथ बैठक कू गई जिसके बाद आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि अगले लगभग 10 दिनों के अंदर डीपफेक के खिलाफ स्पष्ट और कार्रवाई योग्य कानून लेकर आएंगे।

वही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और अन्य टेक कंपनियों ने कहा है कि डीपफेक कुछ ऐसा है जो वास्तव में समाज के लिए हानिकारक है।। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में कई सारे डीपफेक वीडियोज वायरल हुए हैं जिनमें साउथ की एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का भी वीडियो शामिल है। वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्हें गरबा करते हुए दिखाया गया था।

आईए जानते है क्या होता है डीपफेक ——

यह डीपफेक वीडियो और वीडियो दोनों रूप में हो सकता है। इसके लिए एक स्पेशल मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके बनाया जाता है जिसे डीप लर्निंग कहा जाता है। डीप लर्निंग में कंप्यूटर को दो वीडियोज या फोटो दिए जाते हैं जिन्हें देखकर वह खुद ही दोनों वीडियो या फोटो को एक ही जैसा बनाता है।

इस तरह के फोटो वीडियोज में हिडेन लेयर्स होते हैं जिन्हें सिर्फ एडिटिंग सॉफ्टवेयर से ही देखा जाता है। एक लाइन में कहें तो डीपफेक, रियल इमेज-वीडियोज को बेहतर रियल फेक फोटो-वीडियोज में बदलने की एक प्रक्रिया है।

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