कांवड़ यात्रा 2025 के लिए प्रशासन ने इस बार कई सख्त और व्यवस्थित तैयारियाँ की हैं, ताकि यह धार्मिक यात्रा शांतिपूर्ण, सुरक्षित और श्रद्धालु-मैत्री तरीके से संपन्न हो सके। कांवड़ यात्रा 2025 में व्यापक सुरक्षा, स्वास्थ्य, ट्रैफिक और खाद्य व्यवस्था तैयार की गई है;ऐसे माहौल की उम्मीद है जहां श्रद्धालु स्वतंत्र और सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकेंगे।
1. कांवड़ का साइज तय
- नियमित आकार: कांवड़ का अधिकतम ऊँचाई और चौड़ाई तय कर दी गई है ताकि रास्ते में अवरोध न हो और भीड़-भाड़ में दुर्घटना से बचा जा सके।
- इससे यात्रा के मार्ग पर ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण में मदद मिलेगी।
2. डीजे की आवाज की सीमा
- ध्वनि स्तर सीमित: डीजे बजाने की अनुमति होगी, लेकिन तय डेसिबल (dB) सीमा के भीतर। तेज़ और भड़काऊ संगीत या धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने वाले गीतों पर रोक।
- रात में डीजे बजाने पर समय सीमा लागू की गई है।
3. नॉनवेज की दुकानें बंद
- यात्रा मार्ग के आसपास मांसाहारी भोजन की दुकानें बंद रहेंगी — विशेषकर हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, मेरठ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में।
- धार्मिक भावना का सम्मान बनाए रखने हेतु यह निर्णय लिया गया है।
4. QR कोड स्टिकर ढाबों पर
- पंजीकृत ढाबों और भोजनालयों पर QR कोड स्टिकर लगाए जाएंगे, जिससे श्रद्धालु सुरक्षित और स्वच्छ भोजन की पहचान कर सकें।
- प्रशासनिक निगरानी भी इससे आसान होगी।
5. सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था
- भारी संख्या में पुलिस बल और CCTV कैमरे लगाए गए हैं।
- ड्रोन से निगरानी की व्यवस्था भी की जा रही है।
- कुछ मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन और सिर्फ कांवड़ियों के लिए विशेष लेन बनाई गई हैं।
6. स्वास्थ्य और आपात सेवाएँ
- यात्रा मार्ग पर अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र, एम्बुलेंस और हेल्प डेस्क उपलब्ध रहेंगे।
- पानी और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था प्रमुख स्थानों पर।