Join WhatsApp Group Join WhatsApp Group

कोरबा की बेटी रश्मि खूंटे कुर्रे को मिला अंतर्राष्ट्रीय सम्मान: स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अनोखी पहचान

अशोक कुमार श्रीवास की रिपोर्ट

कोरबा// छत्तीसगढ़ की धरती पर जन्मी एक सामान्य ग्रामीण बेटी जब अपने कर्म, समर्पण और सेवा भावना से वैश्विक मंच पर भारत और अपने प्रदेश का नाम रोशन करती है, तो यह केवल एक व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे समाज की जीत होती है। कोरबा जिले के कटघोरा ब्लॉक के उपस्वास्थ्य केंद्र दुरेना में सेवाएं दे रही श्रीमती रश्मि खूंटे कुर्रे को “University of California” (अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय) द्वारा मानद डॉक्टरेट (Honorary Doctorate) से सम्मानित किया गया है।
यह सम्मान उन्हें स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उनके निःस्वार्थ और उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया। यह सम्मान न केवल उनके परिवार और संस्थान के लिए गौरव का विषय है, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य और विशेषकर कोरबा जिले के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है।

👩‍🎓 शिक्षा से सेवा तक: एक संघर्षशील बेटी की यात्रा

नाम: रश्मि खूंटे कुर्रे
पिता: श्री कौशल प्रसाद खूंटे
माता: श्रीमती सुभद्रा खूंटे
पति: श्री नंदकिशोर कुर्रे
जन्मतिथि: 08 जनवरी 1991
जन्मस्थान: रामपुर ITI, कोरबा (छत्तीसगढ़)

रश्मि जी ने अपनी शिक्षा की शुरुआत अत्यंत साधारण परिवेश में की, लेकिन उनकी लगन और परिश्रम ने उन्हें असाधारण बना दिया। उन्होंने B.Sc (BOI), M.Sc (Chemistry), B.Lib और ANM (Auxiliary Nurse Midwifery) प्रशिक्षण प्राप्त किया। इतनी विविध और मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि ने उन्हें न केवल ज्ञान से समृद्ध किया, बल्कि सेवा की राह में सशक्त भी बनाया।
🩺 सेवा में समर्पित: स्वास्थ्य और समाज के लिए जीवनदायिनी योगदान

रश्मि खूंटे कुर्रे जी “जीवनदायिनी साथी फाउंडेशन” से पिछले चार वर्षों से निःशुल्क सेवाएं दे रही हैं। इस संस्था के माध्यम से उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और मानवाधिकारों पर प्रभावशाली कार्य किए हैं।

उनका प्रमुख योगदान:

ग्रामीण महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाना।

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वास्थ्य प्रशिक्षण देना।
किशोरियों में मासिक धर्म स्वच्छता और पोषण के प्रति जागरूकता फैलाना।
बीमारों, गर्भवती महिलाओं, और बच्चों के लिए घर-घर जाकर स्वास्थ्य सेवाएं देना।
उनकी सेवाएं किसी वेतन या पद की लालसा से नहीं, बल्कि “सेवा ही धर्म है” की भावना से प्रेरित रही हैं।
👩‍⚕️ वर्तमान में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक के रूप में सक्रिय

रश्मि जी वर्तमान में कोरबा जिला के कटघोरा ब्लॉक अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र – दुरेना में “महिला ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक” के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी सेवाओं को केवल अस्पताल या कार्यालय तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्होंने समाज की हर गली-हर द्वार पर पहुंचकर यह साबित किया कि “एक महिला, अगर ठान ले, तो परिवर्तन की सबसे बड़ी वाहक बन सकती है।”
🏅 अंतरराष्ट्रीय मंच पर सम्मानित: University of California द्वारा “Honorary Doctorate”

रश्मि जी को University of California (USA) द्वारा “Health and Women Empowerment” में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए मानद डॉक्टरेट से सम्मानित किया गया। यह सम्मान यह प्रमाणित करता है कि उनका कार्य केवल स्थानीय या राज्य स्तर तक ही सीमित नहीं, बल्कि उनकी सेवा की गूंज अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई देने लगी है।

यह उपलब्धि यह भी दर्शाती है कि “ग्रामीण भारत की महिलाएं” भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ सकती हैं।
🎉 सम्मान देने वालों की शुभकामनाएं:

इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर समाज के कई प्रतिष्ठित और प्रेरणास्पद व्यक्तित्वों ने रश्मि जी को शुभकामनाएं दी हैं। जिनमें प्रमुख नाम हैं:

डॉ. गुरुनाथ जांगड़े सर (समाजसेवी और प्रेरणास्रोत)

डॉ. अनु खूंटे जी

श्री नंदकिशोर कुर्रे जी (पति)

ज्योति कुर्रे जी

आशीष खूंटे जी

मोहम्मद जहागीर जी

डॉ. श्वेता सोनी जी

Er. यशवंत जोगी जी

गौरव बंजारे जी

सिद्धार्थ जोगी जी

श्री दिलीप बंजारे जी

भागवती डिंकर जी

अंजू संजय जांगड़े जी

शिवराज सिंह खूंटे जी

हेमराज खूंटे जी

श्रीमती रश्मि खूंटे जी
इन सभी ने रश्मि जी को बधाई देते हुए कहा कि – “यह सम्मान संपूर्ण कोरबा, कटघोरा, छत्तीसगढ़ और भारतवर्ष के लिए गौरव का विषय है।”

🌺 समाज को एक संदेश – “सेवा सबसे बड़ा धर्म है”

रश्मि खूंटे कुर्रे जी का जीवन हर उस महिला के लिए प्रेरणा है जो समाज में अपनी पहचान बनाना चाहती है। उन्होंने यह दिखाया कि साधारण परिवार की महिलाएं भी ज्ञान, सेवा और साहस के बल पर असाधारण मुकाम हासिल कर सकती हैं।

उनका यह संदेश अत्यंत प्रेरक है:

“अगर आपके पास सेवा करने का भाव है, तो संसाधनों की कमी कभी बाधा नहीं बनती

📸 आगामी योजनाएं और लक्ष्य

रश्मि जी ने भविष्य में महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक मोबाइल क्लिनिक, किशोरी बालिकाओं के लिए हेल्थ कैम्प, और मानव अधिकारों पर आधारित जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है।
📚 निष्कर्ष:

श्रीमती रश्मि खूंटे कुर्रे जी का जीवन उन लाखों महिलाओं के लिए उदाहरण है, जो सामाजिक बंधनों और सीमाओं को पार करके समाज को नई दिशा देना चाहती हैं। उनका सम्मान भारत की नारी शक्ति को नया उत्साह और नया आत्मविश्वास देता

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share
Now