ग्लोकल विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज में विश्व मृदा दिवस 2024 का आयोजन

ग्लोकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. पी.के. भारती की प्रेरणा से ग्लोकल विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज में आज विश्व मृदा दिवस 2024 मनाया गया। इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के रूप में
ग्लोकल विश्वविद्यालय के प्रतिकुल्पति प्रोफेसर डॉ. सतीश कुमार शर्मा ने छात्रों को मृदा स्वास्थ्य और कृषि में इसके महत्व पर व्याख्यान दिया। इस अवसर पर ग्लोकल विश्वविद्यालय की कुलसचिव नें बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं दी। अपने संबोधन में प्रतिकुल्पति प्रोफेसर डॉ. सतीश कुमार शर्मा ने कहा कि “मृदा कृषि का मूल है। स्वस्थ मृदा से ही स्वस्थ फसलें उगाई जा सकती हैं, जो हमारे देश की खाद्य सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।”
इस कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान विभाग के डीन डॉ. गुलफिशान एवं अन्य संकाय सदस्य डॉ. नसरीन, गौरव, बिलाल और निकिता के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। डॉ. गुलफिशान ने मृदा के संरक्षण और इसके प्रभावी उपयोग के विषय में विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में छात्र – छात्राओं ने सक्रिय भाग लिया और मृदा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रश्न किए। इस आयोजन का उद्देश्य छात्र – छात्राओं को मृदा के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और के क्षेत्र में मृदा के महत्व को समझाना था।

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