उमरिया- (देशबन्धु) जिले के पाली नगर परिषद अंतर्गत थाने के सामने लग रही चौपाटी से नगर के मुख्य मार्ग थाना रोड पर आएं दिन ट्रैफिक जाम होने की समस्या बनी रहती थी लेकिन परिषद के कर्मचारीयो ने थाने के सामने लगनें वाली चौपाटी कों सहजता पूर्वक हटाने में कामयाब रहे जिससे कहीं न कहीं आमजन को राहत की सांस भी मिली जिसकी सराहना भी आवागमन करने वाले कर रहे हैं लेकिन थाने के सामने में लगने वाली चौपाटी थाना की पुलिस कालोनी परिसर में किसके सह से लगने लगी यह यह भी चर्चाएं खुब हों रहीं हैं पर इस सम्बन्ध में सामने आकर बोलने वाला कोई नहीं है।जन चर्चा का बाजार में दबे शब्दों में यह भी कह रहे हैं कि पाली नगर में चौपाटी के लिए शासन प्रशासन ने लाखों रुपए खर्च कर चौपाटी का निर्माण भी कराया लेकिन आज दिनांक तक शासन प्रशासन की खर्च की गई राशि का उपयोग नहीं हो सका कारण क्या है यह किसी को नहीं पता उक्त निमार्णाधीन चौपाटी को लेकर अब तो नगर के तिराहे चौराहे पर तरह-तरह की चर्चाएं भी होती दिखाई देती है व सुनने को आएं दिन सुनने को मिलती हैं परन्तु सामने आकर न परिषद में चुन कर आए जनप्रतिनिधि करते चाहें सत्ता पक्ष के हों या फिर विपक्ष के या कहें नगर के व्यवसाई पर यह व्यवस्था कहीं न कहीं छुटपुट व्यवसायियों सहित अन्य लोगों को जरूर परेशान कर रही है जब नगर परिषद के कर्मचारीयो ने थाने के सामने से ठेला टपरी लगाने वाले व्यापारियों को थाने के सामने से हटा नगर के ट्राफिक व्यवस्था के लिए तो सरल बना सराहनीय कदम उठाया परन्तु थाने के पीछे किसकी अनुमति से सजा दी गई दुकानें यह प्रश्न जरूर खड़े हो रहे हैं अगर ऐसे ही दुकानें सजी रहीं तो कहीं न कहीं भविष्य में कब्जे का रूप ले लेगी अगर समय रहते पुलिस प्रशासन ने आंखें नहीं खोली तो बची कुची जमीन भी हाथ से निकल जाने में देरी नहीं होंगी। समय बितने के बाद आखिर कौन होगा जिम्मेदार वैसे भी पाली थाने के पीछे पर्याप्त भूमि न होने के कारण थाने का आधे से ज्यादा का स्टाफ कोल इंडिया की कालोनियों में एवं एम पी ई बी की कालोनियों में निवास करते हैं उल्लेखनीय है कि जिस प्रकार मार्किंग कर दुकानें लगीं है आने वाले समय में परेशानी का शबाब हों सकता है
पुलिस कालोनी परिसर में किसकी अनुमति से सज रही चौपाटी
