
ग़ज़ा पट्टी लगभग 365 वर्ग किलोमीटर का एक छोटा सा क्षेत्र है। ग़ज़ा पट्टी इज़राइल और हमास के बीच संघर्ष का केंद्र रहा है। यह दो फिलिस्तीनी क्षेत्रों में से एक है। ग़ज़ा पट्टी के अलावा, वेस्ट बैंक दूसरा फिलिस्तीनी क्षेत्र है, जिस पर ज्यादातर इज़राइल का कब्जा है।
ग़ज़ा पट्टी में लगभग 22 लाख लोग रहते हैं, जिनमें से अधिकांश शरणार्थी हैं। ग़ज़ा पट्टी को दुनिया में सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक माना जाता है।
ग़ज़ा पट्टी में जीवन काफी कठिन है। क्षेत्र में गरीबी, बेरोजगारी और कुपोषण की दर बहुत अधिक है। इसके अलावा, ग़ज़ा पट्टी में बिजली, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी भी है।
इज़राइल और हमास के बीच संघर्ष के कारण ग़ज़ा पट्टी में अक्सर हिंसा होती है। इस हिंसा में निर्दोष लोग मारे जाते हैं और घायल होते हैं।
ग़ज़ा पट्टी में शांति स्थापित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन ये प्रयास अब तक सफल नहीं हुए हैं।
ग़ज़ा पट्टी में शांति स्थापित करना बहुत जरूरी है। इससे ग़ज़ा पट्टी के लोगों को बेहतर जीवन जीने का अवसर मिलेगा।
युद्धक्षेत्र में तब्दील हुआ दुनिया के सबसे छोटे क्षेत्रों में से एक
गाजा पट्टी का कुल क्षेत्रफल केवल 365 वर्ग किलोमीटर है। दुनिया के सबसे छोटे क्षेत्रों में से एक यह क्षेत्र अब खूनी रणक्षेत्र बन गया है। रेड क्रॉस ने आशंका व्यक्त की है कि गाजा पट्टी श्मशान में बदल सकती है। हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में इजरायली सैनिक लगातार गाजा पट्टी पर हमले कर रहे हैं।
सैकड़ों लोगों की मौत
अब तक इस संघर्ष में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। कई घर और इमारतें तबाह हो गई हैं। हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
मानवीय संकट
गाजा पट्टी में पहले से ही मानवीय संकट है। यह संघर्ष इसे और खराब कर रहा है। लोगों को भोजन, पानी, दवा और चिकित्सा सहायता की सख्त जरूरत है। रेड क्रॉस और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठन इस संकट को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद की अपील
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस संघर्ष को रोकने और गाजा पट्टी में मानवीय संकट को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की अपील की गई है।
शांति की बहाली
यह आवश्यक है कि इस संघर्ष को तुरंत रोका जाए और गाजा पट्टी में शांति बहाल की जाए। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजरायल और हमास दोनों पर दबाव डालना चाहिए कि वे इस संघर्ष को समाप्त करें और शांतिपूर्ण समाधान खोजें।
सोमवार से इज़राइल ने गाजा पट्टी पर घेराबंदी कर दी है
गाजा पट्टी, दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले और गरीब इलाकों में से एक, हिंसा के केंद्र में है। सोमवार से इज़राइल ने गाजा पट्टी पर घेराबंदी कर दी है। रक्षा मंत्री योव गैलेंट के आदेश के बाद यहां बिजली, भोजन और पानी सभी बंद कर दिए गए हैं। भोजन और पानी के बिना यहां रहने वाले 2 मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों को दोहरे संकट का सामना करना पड़ रहा है। इज़राइली हमलों से बचने वाले लोग भूख और प्यास से मरने के खतरे में हैं।