जोरदार हंगामा: TMC सांसदों ने संचार मंत्री के हाथ से बयान की कॉपी छीनकर फाड़ी- हाथापाई तक आई नौबत- देखें वीडियो…

नई दिल्ली

इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस से कथित तौर पर 300 भारतीयों की जासूसी के आरोपों को लेकर गुरुवार को भी संसद में जमकर हंगामा हुआ। गुरुवार जब आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव इस मामले पर बयान देने के लिए उठे तो तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने पन्ने भी फाड़े और सभापति के आसन के पास एकत्रित हो गए। शोर-शराबे के बीच सदन की कार्यवाही को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

अलग-अलग मुद्दों पर विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा में कामकाज नहीं हो पाया। शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं चल सके। सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। दोपहर 12 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई उपसभापति हरिवंश ने प्रश्नकाल के लिए सदस्य का नाम पुकारा लेकिन विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।

TMC सांसद डा शान्तनू सेन और मंत्री हरदीप पुरी के बीच राज्यसभा में हुई तीखी बहस, नौबत हाथापाई तक पहुंचती उससे पहले हीं मार्शल बीच में आए, सदन उठने के बाद TMC सांसद वेल में थे और सत्ता पक्ष के काफी करीब तक बढ़ आए जब हरदीप पुरी ने गुस्से में टोका तो बात बढ़ गई. https://t.co/FrGuViAZ7U— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbha) July 22, 2021

उपसभापति ने कहा, ”प्रश्नकाल सदस्यों के सवाल के लिए है…सवाल जवाब सदस्यों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है…आप सदन नहीं चलाना चाहते…आप अपने-अपने स्थान पर जाए। इसके बाद भी सदस्यों का हंगामा जारी रहा। सदन में हंगामा थमते न देख, उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी।

सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसी दौरान कांग्रेस सदस्य दिग्विजय सिंह ने मीडिया समूह दैनिक भास्कर के विभिन्न परिसरों पर आयकर विभाग के छापों का मुद्दा उठाने का प्रयास किया वहीं तृणमूल कांग्रेस सदस्यों ने कथित जासूसी से जुड़ा मुद्दा उठाने का प्रयास किया। लेकिन सभापति ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी और कहा कि किसी भी मुद्दे को उठाने के लिए आसन की अनुमति की जरूरत होती है।

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