बिहार पटना: भारतीय पार्टी लोकतांत्रिक (बीपीएल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील कुमार ने घोषणा की है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में बिहार की सभी 243 सीटों पर बीपीएल परिवारों के उम्मीदवार खड़े करेगी। इस पहल का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिलाना और उनकी आवाज को विधानसभा में पहुँचाना है।
बयान के मुख्य बिंदु 1.बीपीएल परिवारों का सशक्तिकरण: सुनील कुमार ने कहा, “अब बीपीएल परिवारों को अमीरों को वोट देने की आवश्यकता नहीं होगी। अपने उत्थान और विकास के लिए उन्हें अपने उम्मीदवारों का समर्थन करना चाहिए। 2. आबादी का आंकड़ा: उन्होंने बताया कि बिहार में 51.5% आबादी बीपीएल परिवारों की है। फिर भी, अधिकतर सांसद और विधायक अमीर परिवारों से आते हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि बीपीएल परिवारों की हिस्सेदारी कहाँ गई है। 3. राजनीतिक जड़ता: सुनील कुमार ने आरोप लगाया कि नेता और पार्टियाँ बीपीएल परिवारों को जातियों में बांटकर रखती हैं, ताकि वे एकजुट न हो सकें और अपने अधिकारों के लिए आवाज न उठा सकें।
4बीपीएल की बारी: “अब बीपीएल परिवारों की बारी है। हम एकजुट होकर अपनी आवाज उठाएँगे और बिहार में बीपीएल सरकार बनाएंगे,” उन्होंने यह स्पष्ट किया।
राजनीतिक रणनीति सुनील कुमार ने कहा कि पार्टी इस चुनाव में बीपीएल परिवारों को सशक्त करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगी। इन कार्यक्रमों में उम्मीदवारों को चुनावी प्रक्रिया और उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी जाएगी निष्कर्ष भारतीय पार्टी लोकतांत्रिक का यह कदम न केवल बीपीएल परिवारों को राजनीतिक मंच प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी है। सुनील कुमार के नेतृत्व में, पार्टी का उद्देश्य बिहार में बीपीएल परिवारों की सरकार बनाना है, जिससे उनकी आवाज विधानसभा तक पहुँचे और समाज में समानता की स्थापना हो सके। यह चुनावी प्रक्रिया बीपीएल परिवारों के लिए एक नया अवसर लेकर आएगी, जिससे वे अपने हक के लिए लड़ सकेंगे।
बिहार में बीपीएल परिवारों का उत्थान: सुनील कुमार का ऐलान
