डिजिटलाईजेषन युग में केन्द्र सरकार के सहयोग एवं राज्य सरकार के प्रयासों से आदरणीय सचिव (ऊर्जा) के मार्गदर्षन में यूपीसीएल द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं से विद्युत वितरण तंत्र को और अधिक सुदृढ़ एवं आधुनिक बनाया जा रहा है। इस आधुनिकिकरण से ऑनलाईन डाटा संकलित करने, विष्लेशण करने तथा तत्काल फैसला लेने व अमल में लाने पर जोर दिया जा रहा है। उत्तराखण्ड पावर कारपोरेषन लि0 द्वारा आर0डी0एस0एस0 योजना के अन्तर्गत प्रदेष भर में 215 नग उपसंस्थानों पर Real Time Data Acquisition System नियंत्रण प्रणाली की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। RT- DAS प्रणाली प्रदेष भर के उपसंस्थानों जिनके अन्तर्गत 25 हजार से कम जनसंख्या वाले क्षेत्र आते हैं पर स्थापित किया जायेगा। वर्तमान तक योजनान्तर्गत प्रदेष भर में कुल 126 उपसंस्थानों पर प्रणाली की स्थापना की जा चुकी है जिनमें मुख्यतः रानीपोखरी, जौलीग्रांट, त्यूनी, लालतप्पड़, सेलाकूई, चिपलघाट, रायवाला एवं चाकीसैंण आदि क्षेत्र षामिल हैं तथा षेश उपसंस्थानों पर आगामी माहों में चरणबद्ध तरीके से RT- DAS प्रणाली के स्थापना का कार्य पूर्ण किया जायेगा। साथ ही पूर्व में भी यूपीसीएल द्वारा आईपीडीएस योजना के अन्तर्गत प्रदेष भर के 66 षहरों के 106 उपसंस्थानों पर RT- DAS नियंत्रण प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है। जिसके चलते वर्तमान में यूपीसीएल के कुल 232 उपसंस्थानों में RT- DAS प्रणाली की स्थापना से हाईटेक हुये हैं।
प्रबन्ध निदेषक महोदय द्वारा अवगत कराया गया कि RT- DAS नियंत्रण प्रणाली के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के पष्चात् सभी उपसंस्थानों की रियल टाईम आधार पर मॉनिटरिंग जा सकेगी जिससे विद्युत बाधित समय कम करने में काफी सफलता प्राप्त होगी। इसके अलावा उपसंस्थानों में स्थापित ब्रेकर्स की ज्तपचचपदह की संख्या के आधार पर समय से ब्रेकर्स का अनुरक्षण कर आपात स्थिति में विद्युत व्यवधान की सम्भावना से से भी बचा जा सकता है। RT- DAS के माध्यम से एकत्रित सूचना रियल टाइम आधार पर National Power Portal पर प्रेशित करते हुए नोडल एजेंसी (मै0 पी0एफ0सी0) को दी जाती है। RT- DAS को कॉल सेण्टर से इन्टीग्रेटेेड किया गया है जिसके तहत Customer Service Representative को फीडर आउटेज की जानकारी मिलने से उपभोक्ताओं को विद्युत बाधित होने की सटीक जानकारी उपलब्ध कराने में मदद मिलती है।