भारतीय लड़कियों की ढाल बनी यूक्रेनी महिलाएं, इज्जत बचाने के लिए उठाई ‘बंदूकें…..

विद्यार्थियों को निकालने के लिए भारतीय जहाज पहुंच रहे है जिसमें सवार होकर भारत के लिए उड़ान भरने में हर विद्यार्थी बेहद उत्सुक नजर आ रहा है लेकिन अब बार्डर तक पहुंचना आसान नहीं है। कीव, क्रिमिया सहित अन्य शहरों से हंगरी व रोमानियां बार्डर तक जाने वाली छात्राओं को बेहद परेशानी पेश आ रही है। कीव में बाहरी स्थानों पर घरों में रूकी हुई व बस के जरिए जाने वाली लड़कियों को बंदूकधारी बदमाशों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनकी जान व इज्जत खतरे में पड़ी हुई है।

भारतीय व यूक्रेनी लड़कियों की इज्जत बचाने के लिए यूक्रेनी महिलाओं ने बंदूकें उठा ली है, इसके चलते जिन बसों में भारतीय मैडिकल की छात्राएं बार्डर के लिए निकल रही हैं, उनके साथ यूक्रेनी महिलाएं भी जा रही है जिससे भारतीय लड़कियां कुछ हद तक राहत महसूस कर रही हैं। लड़कियां बार्डर तक वीरवार दोपहर को पहुंचेगी और तब तक के लिए उनकी जान खतरे में है और वह दुआ कर रही है कि सही सलामत बार्डर तक पहुंच जाए।

वीडियो कांफ्रैंस के जरिए पोलतावा से निकली भारतीय छात्राएं बता रही है कि यूक्रेन की सरकार ने रूसी सेना से निपटने के लिए अपने लोगों को हथियार मुहैया करवा दिए है। इन हथियारों के दम पर उक्त लोग खासतौर पर भारतीय छात्राओं को शिकार बना रहे हैं और पैसे, मोबाइल इत्यादि छीने जा रहे हैं। बीते रोज एक लड़की से बैग भी छीन लिया गया।छात्राएं बता रही है कि बीते दिनों कीव से 12-13 लड़कियां व 8-9 लड़के बार्डर के लिए रवाना हुए थे, इस दौरान बस से उक्त छात्राओं को उतार लिया गया और दूसरी बस में बैठा कर ले गए। इन लड़कियों का अभी तक कुछ पता नहीं चला है, उनके मोबाइल फोन भी बंद आ रहे हैं। इसके चलते छात्राएं बेहद सहमी हुई हैं।

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