डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को टालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन उन्हें इसका श्रेय नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनकी कूटनीतिक हस्तक्षेप ने स्थिति को शांत किया, लेकिन मीडिया और राजनीतिक आलोचना के कारण उन्हें उचित श्रेय नहीं मिला।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने गाजा संघर्ष में भी मध्यस्थता की, लेकिन इस समझौते के बाद हिंसा फिर से शुरू हो गई। विश्लेषकों के अनुसार, ट्रंप ने केवल मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए संघर्ष विराम की घोषणा की, जबकि उन्होंने गाजा से फिलिस्तीनियों को हटाने की योजना भी बनाई। इसके परिणामस्वरूप संघर्ष फिर से भड़क उठा।
हालांकि, ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध में भी मध्यस्थता की कोशिश की है, लेकिन रूस की ओर से गंभीर वार्ता की कमी के कारण प्रगति सीमित रही है। हाल ही में इस्तांबुल में दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच पहली बार वार्ता हुई, लेकिन कोई ठोस समझौता नहीं हुआ।