पिता का कर्ज चुकाने के लिए टीचर बन गई चोर पड़ोसी के घर में ₹400000…

अलीगढ़ में शिक्षिका ने जब पड़ोसी के घर का दरवाजा खुला देखा तो मन में लालच आ गया। उसने घर से चार लाख के जेवरात चोरी कर लिए। सीसीटीवी फुटेज से शिक्षिका का भेद खुल गया। पुलिस ने टीचर को जेल भेज दिया है।

अलीगढ़ जिले के क्वार्सी थाना क्षेत्र की मानसरोवर कालोनी में स्थित एक एलआईसी कर्मचारी के घर से लाखों रुपये के जेवरात चोरी हो गए। पुलिस पड़ताल में पड़ोस में रहने वाली शिक्षिका ही चोर निकली। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर बुधवार को जेल दिया। पुलिस पूछताछ में शिक्षिका ने चोरी की वारदात को स्वीकारते हुए बताया कि उसने स्व: पिता के कर्ज को चुकाने के लिए इस वारदात को किया था।

राजेश सिंह पुत्र शिवबली सिंह निवासी महुआगां, राजापुर, चित्रकूट जिले के रहने वाले हैं। अलीगढ़ में एलआईसी में तैनात हैं। यहां वह मानसरोवर कालोनी, क्वार्सी में रहते हैं। मंगलवार को वह खाटू श्याम महाराज के दर्शन को गए थे। घर पर उनकी पत्नी अकेली थी। शाम को पत्नी दूध लेने चली गई। घर का ताला लगाया नहीं था। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाली शिल्पी पुत्री स्व: रविंद्रपाल सिंह निवासी गोपालपुर, हसायन, हाथरस उनके घर मिलने पहुंची।

घर पर कोई नहीं मिला। घर के मुख्य द्वार से लेकर अंदर के कमरों तक के दरवाजे खुले हुए मिले। घर में किसी के न होने का फायदा उठाते हुए उसने पलंग पर तकिये के नीचे रखी अलमारी की चाबी से ताला खोला और करीब चार लाख रुपये कीमत के जेवरात चोरी कर ले गई। एलआईसी कर्मी की पत्नी घर लौटकर आई तो उसे अलमारी खुली हुई मिली। जेवरात गायब थे। उसने पति को घटना की जानकारी दी। देर रात तक वह घर पहुंच गए। उन्होंने क्वार्सी थाना पुलिस को तहरीर देकर चोरी का मुकदमा दर्ज कराया।

पुलिस ने घर के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो शिल्पी के घर में घुसने और बैग लेकर निकलने के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हो गए। इनके आधार पर उसे हिरासत में ले लिया गया। कड़ी पूछताछ में शिल्पी टूट गई। उसने पुलिस को चोरी किए तीन मंगलसूत्र, तीन जोड़ी पायजेब, एक कमर पेटी, कानों के झाले, दो अंगूठी, 10 जोड़ी बिछुए, छह मोती, एक लॉकेट, दो कंगन, एक गले की जंजीर बरामद करा दी। पुलिस ने उसे सुसंगत धाराओं में पाबंद करते हुए बुधवार को जेल भेज दिया।

पिता की बीमारी से कर्ज में डूबा परिवार

इंस्पेक्टर क्वार्सी विजय सिंह ने बताया कि चोरी की आरोपी शिल्पी ने पूछताछ में बताया कि उसके पिता की हाल में बीमारी से मौत हुई है। परिवार में मां और छोटा भाई है। पिता की बीमारी के इलाज में काफी पैसा खर्च हो गया। इस पैसे को कर्ज पर लिया था। अब देनदार घर के चक्कर काटते हैं। राजेश का घर खुला होने और किसी के मौजूद न होने पर मन में लालच आ गया।

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