टिकैत का बड़ा दावा-BJP में होगा पतन का दौर शुरू- जल्द ही एक MP छोड़ेंगा पार्टी….

  • भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों से मुलाकात के बाद कहा कि अब भाजपा में इस्तीफे देने की शुरूआत होगी।
  • सी महीने एक एमपी इस्तीफा देकर आ रहा है।हालांकि उन्होंने सासंद का नाम नहीं बताया।
  • मगर उन्होंने इसी माह सांसद के पार्टी छोड़ने के संकेत दिए हैं।
  • उधर, यूपी गेट पर 11 किसानों ने सुबह आठ बजे से अनशन शुरू किया। 

हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड में महापंचायत करके यूपी गेट लौटे राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा कि जल्द ही किसानों के समर्थन में भाजपा का एक सांसद पार्टी से इस्तीफा देने वाला है। हालांकि उन्होंने सासंद का नाम नहीं बताया। मगर उन्होंने इसी माह सांसद के पार्टी छोड़ने के संकेत दिए हैं। उधर, यूपी गेट पर 11 किसानों ने सुबह आठ बजे से अनशन शुरू किया। 

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों से मुलाकात के बाद कहा कि अब भाजपा में इस्तीफे देने की शुरूआत होगी। इसी महीने एक एमपी इस्तीफा देकर आ रहा है। उन्होंने कहा कि वह सियासत नहीं कर रहे। उनका चुनाव या वोट से कोई लेना-देना नहीं है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आंदोलन के इतने दिनों तक चलने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन भाजपा के एमपी की जितनी संख्या है उतने दिन यह आंदोलन चलेगा। आगे एमपी घटते जाएंगे और आंदोलन का दिन भी घटता जाएगा। 

राकेश टिकैत ने किसानों से अपील की कि जहां भी पुलिस रोक रही है वहीं अपना खाना-पानी लेकर बैठ जाएं। मंच से संबोधन में राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली में नई ‘मंडी’ खुल गई है वह पार्लियामेंट है। वहां फसलों के रेट तय होते हैं और कानून भी बनते हैं। जिस किसी भी किसान को फसल पर एमएसपी न मिले वह पांच कुंतल फसल लेकर दिल्ली की तरफ आए।  

इस बीच उन्होंने पीएम द्वारा फसल को कहीं भी बेचने वाले बयान का जिक्र करते हुए कहा कि पार्लियामेंट में जरूर फसल की खरीद होगी। उन्होंने किसानों में जोश भरते हुए कहा कि अब किसान यहां से जीतकर जाएगा। इन तीनों कानूनों को वापस कराकर ही आंदोलन खत्म होगा। सरकार के बयानों पर कहा कि वह किसान को छोटा बड़ा बता रहे थे। लेकिन पंजाब का किसान बहादुर है जो अपने राशन-पानी के साथ अपनी मांगों के लिए सड़क पर बैठे हैं। इसी तरह हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों ने मिलकर दिल्ली की मोर्चोबंदी की हुई है।   

राकेश टिकैत ने कहा कि  किसान आंदोलन को राजस्थान में पूरा समर्थन मिला है। वहां एक वर्ष से बारिश नहीं हुई, इसके बावजूद भी यदि फसल तैयार हो जाती है तो उसे फसल का दाम नहीं मिलता। वहां के किसानों की हालत ठीक नहीं है। वहां के किसानों को अपना समर्थन देने का भरोसा दिया है।  

Share
Now