झारखंड के रांची लोकसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला दिलचस्प होने वाला है, कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने कहा….

झारखंड के रांची लोकसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला दिलचस्प होने वाला है, कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने कहा महिला उत्थान एचईसी और राजधानी का विकास सबसे बड़ा मुद्दा..

पीएम ने मार्केटिंग अच्छी की, लेकिन प्रोडक्ट खराब निकाला

रांची लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय मीडिया को संबोधित करतीं. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की बेटी और रांची लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने केंद्र की मोदी सरकार पर साधा निशाना, उन्होंने कहा कि रांची का अब तक अपेक्षित विकास नहीं हुआ है, उम्मीदवार यशस्विनी सहाय ने पहली बार मीडिया के साथ औपचारिक संवाद किया. इस दौरान उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, एचईसी की बदहाली, रांची के विकास सहित कई मुद्दों पर अपनी बातें खुल कर रखी. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की जनता ने 10 वर्ष पहले एक बदलाव किया था. जनता को उम्मीद थी कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की सरकार में उनका जीवन बेहतर होगा, लेकिन हुआ ठीक इसके उलट. यशस्विनी सहाय ने कहा कि मोदी सरकार की सिर्फ मार्केटिंग और ब्रांडिंग अच्छी है, लेकिन प्रोडक्ट खराब है.

केंद्र की मोदी सरकार पर साधा निशाना सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में जिस तरह से बेरोजगारी बढ़ी है, महंगाई चरम सीमा पर है, गृहणियों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि अब जनता यह हकीकत जान चुकी है कि मोदी सरकार सिर्फ मार्केटिंग करना जानती है. जनता के दुख-दर्द से मोदी सरकार को कोई लेना-देना नहीं है. रांची से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने कहा कि अब जनता जान चुकी है कि उनका भला भाजपा सरकार में नहीं हो सकता, इसलिए इस बार दिल्ली में परिवर्तन तय है,रांची का विकास नहीं हुआ-यशस्विनीअधिवक्ता से राजनीतिज्ञ बनी यशस्विनी सहाय ने कहा कि राज्य बनने के 24 साल बाद भी राजधानी रांची का विकास नहीं हुआ है.

एचइसी को हमें बचाने की जरूरत…

53 वार्ड में बंटी राजधानी की जनसंख्या बढ़ती गई, लेकिन सुविधाएं नहीं बढ़ी. हम अपनी संस्कृति को कैसे बचाएं, इस पर बात नहीं होती है, मेरे पिता सुबोधकांत सहाय ने दो बार एचईसी शुरू कराया,यशस्विनी सहाय ने कहा कि कई उद्योगों के लिए मदर प्लांट एचईसी के साथ क्या हुआ यह सब जानते हैं. एचईसी के पास पूंजी नहीं है. मेरे पिता सुबोधकांत सहाय ने दो बार एचईसी को शुरू कराया, लेकिन अब वर्तमान सरकार में साजिशन इसे बंद करने की योजना तैयार की है, रोजगार देने वाली इस संस्था का गला घोंट देने से दूसरी संस्थाएं कैसे आगे आएंगी, यह बड़ा सवाल है.

                                      उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर लीक मामले को कम करने के लिए जरूरी है कि सरकारी संस्थाएं परीक्षाएं कराएं. पेपर लीक के खिलाफ कठोर कानून बनाकर कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के न्याय पत्र में इसका पूरा ब्लू प्रिंट बताया गया है कि कैसे पेपर लीक को रोका जाएगा,केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का लगाया आरोप उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के नाम पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. मीडिया संवाद के दौरान जगदीश साहू, वैभव, नेली नाथन, अमूल्य, कंल ठाकुर, सुमेर चारण और राकेश सिन्हा उपस्थित थे!       

रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा

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