देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अब कमजोर पड़ती जा रही है. बीते 24 घंटे में देश में 1.67 लाख मामले सामने आए हैं, जो रविवार की तुलना में 20.4% कम है. हालांकि, मौतों का आंकड़ा अब भी डरा रहा है. बीते 24 घंटे में कोरोना से 1,192 मरीजों की मौत हुई है.
मौतें के बढ़ते आंकड़े की वजह केरल है. 24 घंटे में केरल में सबसे ज्यादा 729 मौतें दर्ज की गईं. रविवार को 475 मौतें दर्ज हुई थीं. हालांकि, केरल में कोरोना का ग्राफ नीचे आ रहा है. सोमवार को केरल में कोरोना के 42,154 मामले सामने आए, जबकि रविवार को 51,570 मामले सामने आए थे.
- मौतों का आंकड़ा बढ़ने की वजह ये है कि केरल में जो पहले मौतें हो चुकी हैं, उन्हें भी अब गिना जा रहा है. कोविड बुलेटिन के मुताबिक, केरल में अब तक कोरोना से 54,935 मौतें हो चुकी हैं. इनमें से 18,915 मौतें ऐसी हैं, जिन्हें बाद में कोविड डेथ में गिना गया. यानी अब तक जितनी मौतें हुई हैं, उनमें से 35 फीसदी मौतें बाद में कोविड डेथ में दर्ज हुईं.
- दरअसल, 22 अक्टूबर 2021 से केरल हर दिन पुरानी मौतों का आंकड़ा भी जोड़ रहा है. ये आंकड़ा परिजनों की अपील पर जोड़ा जा रहा है. कई ऐसे लोग हैं जिनकी मौत कोरोना की वजह से हुई थी, लेकिन उन्हें कोविड डेथ में नहीं जोड़ा गया था. अब उन्हीं मौतों को कोविड डेथ माना जा रहा है.
- पहले होता ये था कोई व्यक्ति कोरोना निगेटिव आ जाता था और बाद में उसकी मौत हो जाती थी, तो उसे कोविड डेथ में नहीं गिना जाता था. इसी तरह से अगर किसी व्यक्ति को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाता था और निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उसकी मौत हो जाती थी, तो उसे भी कोविड डेथ नहीं माना जाता था.
- 4 अक्टूबर 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि अगर पॉजिटिव आने के 30 दिन के भीतर किसी की मौत होती है तो उसे कोविड डेथ माना जाएगा. इसके बाद केंद्र सरकार और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने गाइडलाइन जारी की थी.
- इसी गाइडलाइन के अनुसार, जिन लोगों की मौत पहले हो चुकी है लेकिन उसे कोविड डेथ नहीं माना गया है तो परिजन इसकी अपील कर सकते हैं. परिजनों को दस्तावेज देने होते हैं, जिसके बाद सरकार उसे कोविड डेथ मानती है और मुआवजा देती है.
केरल में बीते 24 घंटों में 729 मौतें दर्ज की गईं. इनमें से 81 मौतें ऐसी हैं जो कुछ दिन पहले ही हो गई थी, लेकिन दस्तावेज नहीं होने की वजह से उन्हें उस वक्त नहीं जोड़ा गया था. वहीं, 638 मौतों को अपील के बाद कोविड डेथ का दर्जा दिया गया. ये मौतों का आंकड़ा अभी और बढ़ेगा क्योंकि अभी भी कई सारी अपीलें पेंडिंग हैं.