किसान ने खेत में लगाई फांसी, सुसाइड नोट में बताई चौंकाने वाली वजह…..

झांसी जिले में एक किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी. किसान अपनी जमीन की पैमाइश के लिए कई दिनों से प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहा था. उसे जब समाधान दिवसों से लेकर डीएम कार्यालय से भी कोई समाधान की उम्मीद नहीं दिखी तो आखिरकार उसने मौत को गले लगा लिया. किसान ने मौत के पहले सुसाइड नोट छोड़कर जमीन की पैमाइश के ऐवज में 8 हजार घूस मांगे जाने का आरोप लगाया है.

झांसी. झांसी जिले में एक किसान (Farmer) ने फांसी लगाकर जान दे दी. यह किसान सरकारी सिस्टम में फैले भ्रष्टाचार से पिछले कई दिनों से जूझ रहा था, लेकिन हार गया. किसान अपनी जमीन की पैमाइश के लिए कई दिनों से प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहा था. उसे जब समाधान दिवसों से लेकर डीएम कार्यालय से भी कोई समाधान की उम्मीद नहीं दिखी तो उसने मौत को गले लगा लिया. किसान ने मौत के पहले सुसाइड नोट छोड़कर जमीन की पैमाइश के ऐवज में 8 हजार घूस मांगे जाने का आरोप लगाया है.

मामला मोठ तहसील के फतेहपुर स्टेट गांव का है, जहां किसान रघुवीर अपनी जमीन की पैमाईश के एवज में पिछले कई महीनों से तहसील के चक्कर काट रहा था. तहसील में आयोजित होने वाले संपूर्ण समाधान दिवस में उसने कई अ​र्जियां लगाईं. जिलाधिकारी कार्यालय के चक्कर भी काटे, लेकिन उसकी समस्या दूर नहीं हुई. बताया गया है कि पिछले 18 जून को भी किसान रघुवीर ने मोठ तहसील में आयोजित हुए संपूर्ण समाधान दिवस में खेत की पैमाईश के लिए अफसरों को प्रार्थना पत्र दिया था. किसान के प्रार्थना पत्र के निस्तारण की बजाए तहसील में तैनात कानून गो और लेखपाल ने किसान को परेशान करना शुरू कर दिया.

फांसी लगाने से पहले किसान ने लिखा सुसाइड नोट
फांसी लगाने से पहले किसान ने सुसाइड नोट लिखा, जिसमें किसान ने आरोप लगाया कि खेत की पैमाईश के एवज में लेखपाल, कानून गो ने आठ हजार रुपए की घूस मांगी. इस पर किसान ने मामले को जिले के आलाधिकारियों के पास प्रार्थना पत्र देकर सामने रखा. शिकायती पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से निराश किसान रघुवीर ने खेत में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि जिस किसान से घूस की मांग की जा रही थी उसकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी. किसान की मौत के बाद उसके परिवार के लोग इंसाफ की गुहार लगा

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