उत्तराखंड में सांप्रदायिक सद्भाव कायम रखना इंसानियत मंच का उद्देश्य….

उत्तराखंड के बुद्धिजीवियों की प्रशंसनीय पहल

आज इत्तेफाकन इंसानियत मंच की मीटिंग में शामिल होने और उनके मंच को सांझा करने का मौक़ा मिला उनके विचार, उनकी कोशिश, उनका समाज को सच्चाई से रूबरू कराने की अजम यह सब प्रशंसनीय और सराहनीय क़दम थे जो समाज में फैली नफरतों के बीच एक प्यार, करुणा और त्याग की पोहार साबित होगी।

खासकर उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में जिस तरह लव जिहाद, लैंड जिहाद वा जनसंख्या असुंतलन के नाम पर नफ़रत की शतरंज बिछाई जा रही हैं वह उत्तराखंड ही नहीं हमारे पूरे देश के लिए घातक है। सामाजिक ताना बाना अगर पहाड़ में टूटेगा तो उसका असर मैदानी क्षेत्रों में भी आयेगा। चलिए कुछ मुसलमानों को यह देव भूमि रक्षा अभियान के कर्णधार अंदर बाहर, पहाड़ी मूल, लव जिहाद वा लैंड जिहाद के नाम हमारे पहाड़वासियों को भ्रमित कर बेदखल कर देगे मगर यह इंसानियत मंच के कर्णधार खासकर त्रिलोचन भट्ट जैसे सत्य प्रेमी इनके नापाक मंसूबों को बेनकाब कर देंगे।

जरूरत तो इस बात की हैं कि पहाड़ों में जो मुस्लिम संप्रदाय के विरुद्ध झूठ का ज़हर घोला जा रहा है उसका रुकना जरूरी हैं। और इसके लिए सबको मिलकर प्रयास करने पड़ेंगे। अक्सर मुस्लिम समाज उत्तराखंड में आर्थिकी की वजह से निवासरत है अपनी वा अपने परिवार की जरूरत के लिए छोटे छोटे घर खरीद कर बना कर दो जून की रोटी के लिए पूरा परिवार मेहनत करता है और बचत कर छोटे छोटे आश्याने बनाकर इस उत्तराखंड के विकास में अपना योगदान देता है। उस गरीब का जब लैंड जिहाद, अतिक्रमण वा जनसंख्या नियंत्रण से कोई वास्ता नहीं मगर इस नाम नाम पर उनका घर तोड़ा जाता है वर्षो से रहते परिवारों को बेघर किया जाता है तो उसके मन की आह सुनने वाला उसका पैदा करने वाला ही होता है जो हर चीज़ पर कादिर है।

हिमाचल में कीचड़ का सैलाब, जोशीमठ का धसना वा उत्तरकाशी का भूकंप हम सब देख चुके हैं। कही ऐसा ना हो की अपनी झूठी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम उस मालिक हकीकी को नाराज़ कर ले जो गरीबों, कमजोरो वा बेसहारों के बहुत नजदीक हैं और उनकी सुनता हैं। हकुमत जुल्म की कुछ समय चल जाती हैं मगर ना इनसाफी से नही चलती।


इस संबंध में जब इंसानियत मंच के वरिष्ठ सदस्य और पूर्व पत्रकार त्रिलोचन भट्ट से एक्सप्रेस न्यूज़ भारत ने वार्ता की तो उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव कायम रखना चाहते हैं और ऐसी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देंगे जो प्रदेश को उन्माद की आग में धकेलना चाहते हैं उन्होंने कहा कि भविष्य में इंसानियत मंच इस तरह के कार्यक्रम करता रहेगा जिससे के देश प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव कायम रहे।

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