भारत की ऐसी लंबी दूरी की ट्रेन चलती है, तो अपने देश में लेकिन दूरी तय करती है सिंगापुर के बराबर..


राजधानी, शताब्‍दी लेकर एक्‍सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों के बीच एक ऐसी ट्रेन भी है, जो चलती तो देश में है, लेकिन दूरी सिंगापुर के

राबर तय करती है. अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है.
भारतीय रेल दुनिया का चौथा सबसे विशाल नेटवर्क है….

भारतीय रेल दुनिया का चौथा सबसे विशाल नेटवर्क है. रोजाना देशभर में 12000 से अधिक ट्रेनें पटरियों पर दौड़ती है. दो करोड़ से अधिक यात्री ट्रेनों से सफर करते हैं.भारत में हर दिन करीब 2.50 करोड़ लोग ट्रेन में सफर कर अपनी-अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं. कुछ ट्रेनों का सफर कुछ घंटों का होता है तो कुछ कई दिनों तक पटरियों पर दौड़ती रहती है. आज जिस ट्रेन की बात हम करने जा रहे हैं वो चलती तो भारत में है, लेकिन दूरी सिंगापुर के बराबर तय करती है. इस ट्रेन को अपना सफर पूरा करने में तीन दिन का समय लग जाता है. अगर एक बार इस ट्रेन में आप चढ़ गए तो चार दिन बाद अपनी मंजिल पर पहुंचेंगे,आप चौंक जाएंगे नाम है विवेक एक्सप्रेस

विवेक एक्सप्रेस ये एक साधारण सुपरफास्ट ट्रेन हैं , जो देश के 9 राज्यों से होते हुए सफर करती हैं..

देश की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ये ट्रेन न शताब्दी न, न ही राजधानी और न ही वंदे भारत, बल्कि ये एक साधारण सुपरफास्ट ट्रेन हैं , जो देश के 9 राज्यों से होते हुए सफर करती हैं, असम के डिब्रूगढ़-कन्याकुमारी विवेक एक्सप्रेस की घोषणा रेल बजट 2011-12 में की गई थी. स्वामी विवेकानंद के 150वें जन्मदिवस पर इसे शुरू किया गया था. देश की सबसे लंबी दूरी वाली इस ट्रेन को असम के डिब्रूगढ़ से तमिलनाडु के कन्याकुमारी के बीच चलाया गया. 9 राज्यों का सफर कर मंजिल तक पहुंचने वाली यह ट्रेन असम, नागालैंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु होकर अपनी दूरी तय करती है.देश की सबसे लंबी दूरी तक चलने वाली ट्रेन जिनकी संख्या:- 22504/22503 विवेक एक्‍सप्रेस 4153 किमी की दूरी तय करती है.


लंबी दूरी वाली इस ट्रेन के स्टॉपेज भी उतने अधिक है. अपने सफर के दौरान यह ट्रेन 59 स्‍टेशनों पर रुकती है…

जानकारी के लिए बताते चलें, अगर इस दूरी की तुलना करें तो ये दिल्ली से सिंगापुर की दूरी के लगभग बराबर है. दिल्ली से सिंगापुर की दूरी जो महज 4150 किमी है, लंबी दूरी वाली इस ट्रेन के स्टॉपेज भी उतने अधिक है. अपने सफर के दौरान यह ट्रेन 59 स्‍टेशनों पर रुकती है. अपना सफर पूरा करने में इस ट्रेन को 75 घंटे का समय लगता है. यानी एक बार खुलने के बाद चौथे दिन यह ट्रेन मंजिल पर अपनी मंजिल तक पहुंच पाती है. इसकी खास बात यह है की लंबी इकलौती सबसे ज्यादा दूरी तय करने वाली ट्रेन है, हफ्ते में सिर्फ दो दिन ही चलती है. irctc की वेबसाइट के मुताबिक यह ट्रेन मंगलवार और शनिवार को चलती है. डिब्रूगढ़ से शाम 7.25 पर चलकर यह ट्रेन 75 घंटे तक पटरी पर दौड़ते हुए चौथे दिन 22.00 बजे कन्याकुमारी पहुंचती है! रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा

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