12वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान की किताब में 2020 सत्र से छात्र अनुच्छेद 370 भी पढ़ेंगे। इस किताब में बताया गया है कि अनुच्छेद 370 से देश को क्या नुकसान हुआ। किताब में यह भी लिखा गया है कि महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में सबसे अधिक आतंकवाद व अलगाववाद को बढ़ावा मिला। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया था।
पॉलिटिकल साइंस की किताब में क्षेत्रीय आकांक्षाएं विषय का अध्याय है। इसी में अनुच्छेद 370 के बारे में लिखा गया है। इसमें बताया गया है कि अनुच्छेद 370 के चलते ही जम्मू-कश्मीर के लोगों दोहरी नागरिकता मिलती थी। पड़ोसी देश पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा। 1990 में कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से जाना पड़ा। राज्य सरकारें आतंकवाद को बढ़ावा देती रहीं।
वर्षों तनाव की स्थिति रही। 1947 में आजादी से पहले कश्मीर के एक बड़े हिस्से को पाकिस्तान ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया। इसे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर कहते हैं। जबकि यह मूल रूप से भारत का अंग है। भाजपा सरकार ने एक देश एक कानून के तहत अनुच्छेद 370 को हटाया है। अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश हैं।